Mahakumbh के अंतिम स्नान के लिए देशभर से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच चुके हैं। अब तक के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, महाकुंभ में करीब 70 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। खास बात यह है कि सिर्फ आज महाशिवरात्रि के दिन ही लगभग एक करोड़ लोगों ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई है।
“महाशिवरात्रि पर कुंभ में स्नान करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।”
लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि कुंभ मेले की अवधि बढ़ा दी गई है और श्रद्धालु अभी भी यहां स्नान कर सकते हैं। जब इस पर प्रशासन से प्रतिक्रिया ली गई तो प्रयागराज के डीएम रविंद्र मादन ने इन अफवाहों का खंडन किया।
कहा “महाकुंभ की तिथि बढ़ाने को लेकर कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं हुआ है। श्रद्धालुओं से अपील है कि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न दें।”
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुंभ मेला पौष पूर्णिमा से माघ पूर्णिमा तक चलता है, लेकिन महाशिवरात्रि का स्नान भी इसमें शामिल होता है। शास्त्रों के अनुसार, कुंभ की तिथि को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता क्योंकि इसका आधार ज्योतिषीय गणनाओं पर होता है।
ज्योतिषाचारयो ने कहा “महाकुंभ तब तक रहता है जब तक सूर्य मकर राशि में होते हैं। यह अवधि पहले से निर्धारित होती है और इसे आगे नहीं बढ़ाया जा सकता।”
तो साफ है कि महाकुंभ का अंतिम स्नान महाशिवरात्रि पर ही हो रहा है और मेला अब समाप्त हो रहा है। प्रशासन की ओर से भी इसे आगे बढ़ाने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इसलिए श्रद्धालु अफवाहों पर ध्यान न दें और आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।