क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ 0.78 किमी की दूरी… आपकी घंटों की मुश्किलें, समय और ईंधन की बर्बादी को खत्म कर सकती है? मध्यप्रदेश की राजधानी से गुज़रते समय जिस ट्रैफिक जाम और लंबी घुमावदार राहों ने आपको परेशान किया है, वो अब इतिहास बनने वाला है। एक बड़ी राहत की खबर है—जो न सिर्फ आम यात्रियों के लिए है, बल्कि उन व्यापारियों और ग्रामीणों के लिए भी है जो हरदा रोड होकर आते-जाते हैं।
लोक निर्माण विभाग ने 4 करोड़ 57 लाख 88 हजार रुपये की लागत से इस नई टू-लेन सड़क को मंजूरी दी है। इस सड़क की लंबाई मात्र 0.78 किलोमीटर होगी, लेकिन इसका महत्त्व असाधारण है। यह सड़क सीधे भोपाल तिराहे को हरदा रोड से जोड़ेगी, जिससे ग्वालटोली का अतिरिक्त चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। रास्ते में नाला होने के कारण पुलिया निर्माण भी किया जाएगा, और सड़क की ऊँचाई को ध्यान में रखते हुए इसे ब्रिज की एप्रोच रोड के रूप में तैयार किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में तकनीकी दृष्टि से पूरी सावधानी बरती जा रही है ताकि बरसात के मौसम में भी इसका उपयोग बाधित न हो।
The Khabardar News ने जब इस प्रोजेक्ट की ज़मीनी पड़ताल की, तो सामने आया कि यह सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि एक परिवर्तन है। एसडीओ राजीव पाठक के अनुसार, यह सड़क एसपीएम पुलिया तक पहुंचेगी और इसके साथ-साथ नगर पालिका 1 करोड़ 70 लाख रुपये की लागत से भोपाल तिराहे का सौंदर्यीकरण भी करवा रही है। इतना ही नहीं, बुदनी तक एक नई टू-लेन सड़क भी निर्माणाधीन है। इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने के बाद भोपाल तिराहा, शहर का नया प्रवेश द्वार बन जाएगा—आधुनिक, सुव्यवस्थित और नागरिकों के लिए सुगम।
लेकिन हर कहानी में चुनौतियाँ होती हैं और यहां भी हैं। विभाग को 10 माह की समयसीमा दी गई है जिसमें मानसून का सीजन भी शामिल है। बारिश के मौसम में यहां का नाला अक्सर ओवरफ्लो हो जाता है, जिससे निर्माण कार्य बाधित हो सकता है। यही कारण है कि पिछली कई योजनाएं—जैसे कि बस स्टैंड या पंपिंग स्टेशन—यहां पर रुक गईं या निरस्त हो गईं। लेकिन इस बार विभाग ने विशेष इंजीनियरिंग तकनीकों और उच्च स्तरीय निगरानी की व्यवस्था की है, ताकि नाले के ओवरफ्लो का प्रभाव सड़क निर्माण पर न पड़े।
इस नई सड़क का असर सिर्फ गाड़ियों की आवाजाही तक सीमित नहीं रहेगा। ये सड़क एक नए रास्ते को खोलेगी—जहां शहर के अंदर और बाहर से आने वाले लोग सुगमता से यात्रा कर सकेंगे। ग्वालटोली और बायपास की लंबी दूरी से न केवल छुटकारा मिलेगा, बल्कि प्रदूषण और ईंधन की खपत में भी कमी आएगी। The Khabardar News इस उम्मीद के साथ इस खबर को आप तक ला रहा है कि यह योजना सिर्फ निर्माण नहीं, बल्कि बदलाव का प्रतीक बनेगी—और शासन, प्रशासन तथा नागरिकों के सामूहिक प्रयासों का नतीजा साबित होगी।





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