क्या आपने कभी सुना है कि कोई भूत खुद अपनी रिलीज़ डेट तय कर ले? जी हां, हम बात कर रहे हैं उस फिल्म की जिसने हॉरर और कॉमेडी को एक ही फ्रेम में बांध दिया है – ‘The Bhootnii’! पहले 18 अप्रैल को आने वाली थी, लेकिन अब कहती है, “इंसान मोहब्बत की डेट फिक्स कर सकता है, भूतनी के आने की नहीं!” अब यह रहस्यमयी ‘भूतनी’ 1 मई 2025 को देगी सिनेमाघरों में अपनी डरावनी और दिलचस्प दस्तक। क्या है इस बदलाव के पीछे की कहानी? आइए जानते हैं।
निर्माताओं ने ट्रेलर के साथ ही दर्शकों के दिलों में एक डर और उत्साह की लहर दौड़ा दी थी। लेकिन जैसे ही फिल्म की रिलीज डेट बदली, दर्शकों की जिज्ञासा और बढ़ गई। फिल्म के प्रमोशनल डायलॉग्स खुद एक कहानी बयान करते हैं – “वो कब आएगी, कैसे आएगी… ये सिर्फ वही जानती है।” निर्माता इस बदलाव के पीछे एक बड़ा कारण बताते हैं: वीएफएक्स यानी विजुअल इफेक्ट्स को और बेहतर बनाना। उनका कहना है कि ‘The Bhootnii’ को दर्शकों को विश्वस्तरीय सिनेमाई अनुभव देना है – डर भी, हंसी भी और हैरानी भी।
फिल्म में संजय दत्त की मौजूदगी ही इसे खास बनाती है, लेकिन उनके साथ मौनी रॉय, सनी सिंह, पलक तिवारी, बियॉनिक और आसिफ खान जैसे कलाकार भी मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे। ट्रेलर को पहले ही जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। फिल्म का निर्माण सोहम रॉकस्टार एंटरटेनमेंट और थ्री डायमेंशन मोशन पिक्चर्स के तहत हो रहा है। प्रोड्यूसर की बात करें तो दीपक मुकुट, हुनर मुकुट, मान्यता दत्त और खुद संजय दत्त फिल्म को प्रोड्यूस कर रहे हैं, जो इसे एक शानदार और मज़बूत टीम वर्क का उदाहरण बनाता है।
फिल्म को 18 अप्रैल को रिलीज़ किया जाता तो इसकी सीधी टक्कर अक्षय कुमार की बिग बजट फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ से होती। इससे बॉक्स ऑफिस पर एक महायुद्ध होता, लेकिन मेकर्स ने बुद्धिमानी से इसे टालते हुए 1 मई की तारीख़ चुनी – एक ऐसा दिन जब दर्शकों की भीड़ भी ज्यादा होती है और टक्कर भी कम। ये रणनीति फिल्म को ज्यादा स्क्रीन और अधिक दर्शक देने में मदद करेगी।
फिल्म में युवा संजय दत्त का किरदार निभा रहे नवनीत मलिक ने बताया कि इस भूमिका के लिए उन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ी। वे कहते हैं – “संजय सर जैसे लीजेंड के किरदार को निभाना बेहद चुनौतीपूर्ण था, लेकिन सीखने का भी अद्भुत अनुभव रहा। मैं चाहता हूं कि दर्शक पहले खुद इस फिल्म को बड़े पर्दे पर देखें, फिर हम इस पर बात करें।” The Bhootnii सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक नई तरह की हॉरर-कॉमेडी शैली का अनुभव है, जो भारतीय सिनेमा में एक नया ट्रेंड सेट कर सकती है।