नई दिल्ली। प्रसिद्ध शैक्षणिक प्रकाशन न्यू सरस्वती हाउस द्वारा आयोजित ‘सरस्वती हिंदी शिक्षक सम्मान समारोह – 2025–26’ का आयोजन 29 नवम्बर को राजधानी के इंडिया हैबिटेट सेंटर में सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। हिंदी भाषा शिक्षण के उत्थान और उत्कृष्ट शिक्षकों के योगदान को सराहने के उद्देश्य से आयोजित इस समारोह में दिल्ली-एनसीआर के 200 से अधिक हिंदी शिक्षकों को सम्मानित किया गया।

समारोह की शुरुआत जनरल मैनेजर (सेल्स) श्रीमती निशा सिंह के स्वागत भाषण, दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। न्यू सरस्वती हाउस के सीईओ श्री शम्मी माणिक ने उद्घाटन भाषण में हिंदी शिक्षकों को राष्ट्र निर्माण का सशक्त स्तंभ बताते हुए उनके योगदान की सराहना की।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार, शिक्षक और लेखक डॉ. विनोद सिंह चौहान ‘प्रसून’ ने किया।

समारोह के दौरान नई हिंदी पाठ्यपुस्तक शृंखला— ‘वाणी विनय हिंदी पाठमाला’, ‘मनोरम हिंदी व्याकरण’ और ‘मैं और मेरा व्याकरण’— का औपचारिक लोकार्पण किया गया। साथ ही “युगानुकूल भाषा शिक्षण की आवश्यकताएं” विषय पर आयोजित विशेष चर्चा सत्र में भाषा विशेषज्ञों ने आधुनिक शिक्षण पद्धतियों, नवाचारों और भविष्य की जरूरतों पर विस्तार से विचार साझा किए।
प्रकाशन के संपादक मंडल प्रमुख एवं प्रकाशन प्रबंधक (भाषा) डॉ. ऋषि शर्मा ने अपनी टीम के साथ आधुनिक भाषा शिक्षण, शिक्षक-प्रशिक्षण और पाठ्यपुस्तक विकास से जुड़े महत्वपूर्ण सुझाव और अनुभव साझा किए।

सम्मान सत्र में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के उत्कृष्ट हिंदी शिक्षकों को ‘सरस्वती हिंदी शिक्षक सम्मान–2025’ प्रदान किया गया। श्री शम्मी माणिक और डॉ. ऋषि शर्मा ने सभी सम्मानित शिक्षकों को उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धियों और शिक्षा क्षेत्र में योगदान के लिए बधाई दी।
75 वर्षों की अपनी समृद्ध प्रकाशन यात्रा का जश्न मनाते हुए न्यू सरस्वती हाउस ने एक बार फिर यह साबित किया कि भाषा शिक्षा के उत्थान और शिक्षकों के सम्मान को लेकर उसकी प्रतिबद्धता अटूट है।





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