सकरा/मोतिहारी। दिल्ली स्टेशन पर महाकुंभ स्नान के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए श्रद्धालुओं में भगदड़ मचने से नाना, नानी व नतनी की मौत हो गई। वहीं, मामा सुरक्षित हैं। तीनों के शव स्वजन गांव लेकर आ रहे हैं। सोमवार को सुबह सात बजे तक शव पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। रविवार को सुबह करीब 09:30 बजे रेलवे की एंबुलेंस शव के साथ स्वजन मुजफ्फरपुर व समस्तीपुर के लिए निकले हैं।
बताते चलें कि दिल्ली स्टेशन पर हुई भगदड़ में सकरा के बरियारपुर थाने के बहादुरपुर गांव निवासी मनोज साह की 11 वर्षीय पुत्री सुरुचि कुमारी और उनके नाना समस्तीपुर जिले के ताजपुर प्रखंड के ताजपुर कोठिया निवासी विजय साह व नानी कृष्णा देवी की मौत हो गई है। उनके साथ सुरुचि के मामा भी थे जो सुरक्षित हैं। मौत की सूचना सुरुचि के मामा ने स्वजन को दी।
दिल्ली में माता-पिता के साथ रहती थी सुरुचि
बताते हैं कि सुरुचि माता-पिता के साथ दिल्ली में रहकर पढ़ाई करती थी। वह दो भाई-बहन में सबसे बड़ी थी। मनोज बच्चों के साथ दिल्ली में रहता है और गाड़ी चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता है।
महाकुंभ स्नान के लिए सुरुचि के नाना व नानी दिल्ली अपनी बेटी के यहां गए थे। सुरुचि को भी साथ लेकर जाना था, इसलिए चार लोग स्टेशन आकर प्रयागराज के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए बैठ गए।
बताते हैं कि ट्रेन के आगमन के लिए घोषणा हुई। इसमें कहा गया कि प्रयागराज के लिए ट्रेन 14 नंबर प्लेटफॉर्म पर आ रही है। सभी लोग 14 नंबर प्लेटफॉर्म पर पहुंच गए। कुछ देर बाद फिर घोषणा हुई कि ट्रेन 16 नंबर प्लेटफॉर्म पर आ रही है। इस पर 14 नंबर प्लेटफॉर्म से सभी यात्री ट्रेन पकड़ने की जल्दबाजी में भागने लगे और भगदड़ मच गई। सभी को ट्रेन पकड़ने की जल्दी थी।
मामा ने खोजे तीनों के शव
कौन किसके नीचे दब गया किसी को नहीं पता चल सका। भगदड़ के बाद सभी ने एक-दूसरे की तलाश शुरू कर दी। सुरुचि व उसके नाना-नानी की खोज मामा ने की, तो तीनों के शव मिले।घटना की जानकारी मिलने ही गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है। शव के आने का इंतजार हो रहा है। सुरुचि के दादा नरेश साह व दादी सुनैना देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। मुखिया गीता देवी का कहना था कि शव सुबह तक आ जाएगा।
मोतिहारी: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में मरने वालों में मोतिहारी की एक किशोरी भी
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में मोतिहारी की बेबी (16) की भी जान चली गई। वह मोतिहारी बाजार समिति के समीप के रहने वाले प्रभु साह की पुत्री थी। पिता प्रभु के साथ दिल्ली के बिजवासन में रहती थी। पिता दिल्ली में गार्ड की नौकरी करते हैं। इंटर पास बेबी भी एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी।
छठ के बाद से वह अपने पिता के साथ दिल्ली में रह रही थी। मोतिहारी शहर के हेनरी बाजार निवासी राजू साह की पत्नी शारदा देवी व पुत्री खुशी कुमारी के साथ वह महाकुंभ स्नान के लिए निकली थी। अचानक भगदड़ की चपेट में आ गई। घटना में बेबी की मौत हो गई, जबकि खुशी घायल है। उसका उपचार चल रहा है।
पिता शव लेकर मोतिहारी आ रहे हैं। मोतिहारी स्थित आवास पर उसकी मां गायत्री देवी हैं। बेबी पांच बहनों में सबसे छोटी थी। चार बहनों की शादी हो चुकी है।