सोलापुर के पूर्व मेयर और एनसीपी (सपा) नेता महेश कोठे मकर संक्रांति के अवसर पर प्रयागराज में शाही स्नान के दौरान त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाते समय दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 60 वर्षीय कोठे को तुरंत चिकित्सा सुविधा में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनका पार्थिव शरीर सोलापुर लाया जाएगा। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
मकर संक्रांति पर त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करते समय सोलापुर के पूर्व मेयर और एनसीपी नेता महेश कोठे का निधन हो गया। यह दुखद घटना पूरे राजनीतिक जगत को स्तब्ध कर गई है। आइए जानते हैं पूरी खबर विस्तार से।
मंगलवार को प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर मकर संक्रांति के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान, सोलापुर के पूर्व मेयर और एनसीपी (सपा) नेता महेश कोठे शाही स्नान में शामिल होने के लिए संगम में डुबकी लगा रहे थे। तभी उन्हें अचानक सीने में दर्द महसूस हुआ और वे पानी में गिर गए। उपस्थित लोगों ने उन्हें फौरन बाहर निकाला और चिकित्सा सुविधा तक पहुंचाया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह हादसा सुबह करीब 7:30 बजे हुआ।
महेश कोठे का राजनीति में लंबा अनुभव था। उन्होंने हाल ही में सोलापुर (उत्तर) विधानसभा सीट से भाजपा के विजय देशमुख के खिलाफ चुनाव लड़ा था। भले ही वे चुनाव नहीं जीत सके, लेकिन सोलापुर की राजनीति में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है। उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा है।
त्रिवेणी संगम पर मकर संक्रांति के इस अवसर पर विभिन्न अखाड़ों के साधु-संतों ने महाकुंभ का पहला शाही स्नान किया। सुबह 8:30 बजे तक लगभग 1.38 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। कोठे के निधन की खबर से शोक की लहर दौड़ गई है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ट्वीट कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने लिखा, “महेश कोठे का निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने सोलापुर के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।”
प्रयागराज में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जो इस घटना का एक संभावित कारण हो सकता है। कोठे का पार्थिव शरीर बुधवार को सोलापुर लाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।