लखनऊ: उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर चल रहे विवाद पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि “कोई भी सभ्य मुसलमान अपने बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखता।” CM Yogi ने यह टिप्पणी इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में की, जहां उन्होंने औरंगजेब को नायक बताने वालों को ‘मानसिक विकृति’ का शिकार करार दिया। उनका कहना था कि भारत विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है और विकास केवल स्थायी सौहार्द से ही संभव है। समाज में समानता और सद्भाव बनाए रखने के लिए एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना आवश्यक है। लेकिन कुछ लोग इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं और उन शासकों का महिमामंडन कर रहे हैं जिन्होंने भारत की धार्मिक आस्थाओं और परंपराओं को नुकसान पहुंचाया।
CM Yogi ने औरंगजेब के शासनकाल पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि “औरंगजेब ने अपने ही पिता शाहजहां को कैद कर दिया था और उसे एक-एक बूंद पानी के लिए तरसा दिया था। शाहजहां ने अपनी आत्मकथा में लिखा था कि ‘ऐसा पुत्र किसी को न मिले, जिसने जीते-जी मुझे तो मारा ही, लेकिन मुझसे अच्छा तो वह हिंदू है, जो अपने माता-पिता की सेवा करता है और उनके मरने के बाद जल-तर्पण करता है।'” सीएम योगी ने यह भी कहा कि इतिहास के पन्नों में दर्ज है कि औरंगजेब ने हजारों हिंदुओं की हत्या की, उनके मंदिरों को ध्वस्त किया और जजिया कर लगाया। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर, मथुरा के श्रीकृष्ण मंदिर और कई अन्य धार्मिक स्थलों को तोड़ने का भी आरोप औरंगजेब पर लगाया।
सीएम योगी ने जोर देकर कहा कि सरकार मंदिर निर्माण को प्राथमिकता नहीं देती लेकिन जनता की आस्था और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना उसकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, “समय के साथ न्याय होगा और जीत सत्य एवं धर्म की ही होगी। कोई भी सभ्य समाज ऐसे शासकों को नायक के रूप में नहीं देख सकता, जिन्होंने भारत की आस्था और विरासत को चोट पहुंचाई। भारत विकास के रास्ते पर बढ़ रहा है और इसमें धर्म और संस्कृति का सम्मान आवश्यक है।” मुख्यमंत्री के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और इसे लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
और भी ऐसी मजेदार ख़बरों के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को फॉलो करें