मध्य प्रदेश का मौसम अचानक करवट बदल चुका है। जहां कुछ दिन पहले तक तेज गर्मी लोगों को परेशान कर रही थी, वहीं अब प्रदेशभर में ठंडी हवाओं के साथ बारिश और ओले गिरने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से यह बदलाव देखने को मिल रहा है, जिससे राज्य के 26 शहरों में बारिश और ओलों का अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी भोपाल सहित कई इलाकों में बुधवार से ठंडी हवाएं चलने लगी हैं, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस समय प्रदेश में तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं, जिनके चलते गरज-चमक के साथ बारिश और ओले पड़ने की संभावना बनी हुई है। बीते 24 घंटों में तापमान में 1 से 2 डिग्री तक की गिरावट देखी गई, जबकि सबसे अधिक तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस मंडला में दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने आने वाले तीन दिनों के लिए खराब मौसम का अनुमान जताया है और 20 से 22 मार्च के बीच भारी बारिश और ओले गिरने की संभावना को लेकर चेतावनी दी है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर भारत के कई राज्यों के साथ मध्य प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। हरियाणा के पास बन रहे पश्चिमी विक्षोभ और छत्तीसगढ़ से गुजर रही ट्रफ लाइन के कारण अगले 24 घंटे में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने शहडोल, सीधी, सिंगरौली, बालाघाट और मंडला में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश और ओले गिरने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि सतना, रीवा, मऊगंज, दमोह, पन्ना, सिवनी, अनूपपुर, छतरपुर, विदिशा, सागर, सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, जबलपुर, उमरिया, डिंडोरी और कटनी में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, यह स्थिति 22 मार्च तक बनी रहेगी, जिससे किसानों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। रबी फसलों के पकने के इस समय में बारिश और ओले गिरने से फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं और मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें। इसके अलावा, आम नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे खराब मौसम के दौरान अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और सावधानी बरतें।
बदलते मौसम के इस दौर में मध्य प्रदेश के कई जिलों में अचानक आई ठंड ने लोगों को चौंका दिया है। जहां एक ओर गर्मी का अहसास हो रहा था, वहीं ठंडी हवाओं और बादलों की गड़गड़ाहट ने मौसम को एकदम से बदल दिया है। अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में यह अस्थिरता बनी रहेगी, ऐसे में प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।