मध्यप्रदेश की हवा में कुछ बड़ा होने जा रहा है… क्या आपने सोचा था कि कभी प्रदेश में विमानन क्रांति की शुरुआत होगी? अब यह सिर्फ कल्पना नहीं, बल्कि एक साकार होती योजना है। भोपाल के मंत्रालय में हुई एक बेहद खास मुलाकात ने प्रदेश के आसमान में नई उड़ान की नींव रख दी है। बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात करने पहुंचे एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि, जिन्होंने लाया है एक ऐसा प्रस्ताव, जो न केवल रोजगार बढ़ाएगा बल्कि प्रदेश को विमानन मानचित्र पर नई पहचान देगा।
जर्मनी की प्रतिष्ठित कंपनी इनएविया एविएशन के मैनेजिंग पार्टनर माइकल हॉवेल की यह मुलाकात केवल शिष्टाचार नहीं थी। यह एक दूरदर्शी योजना की शुरुआत थी – मध्यप्रदेश में एविएशन सेक्टर में 2000 करोड़ रुपए तक के निवेश की योजना पर गहन चर्चा हुई। इस निवेश का केंद्र बिंदु होगा अत्याधुनिक MRO (Maintenance, Repair & Operations) हब, जो न केवल तकनीकी उन्नयन लाएगा बल्कि मध्यप्रदेश को देश के प्रमुख एविएशन गंतव्यों में शामिल करेगा।
इनएविया एविएशन का प्रस्ताव अपने आप में खास है। कंपनी सेवा मुक्त विमानों को रिसाइकल कर उन्हें फिर से एयरलाइंस के लिए उपयोगी बनाती है। यह न केवल पर्यावरण हितैषी सोच है, बल्कि टेक्नोलॉजी और दक्षता का बेहतरीन मेल भी। शुरुआती निवेश 500 करोड़ रुपए का होगा, जिसमें एमआरओ के तहत कंपोनेंट निर्माण, इंजन रिपेयर, सीएनडी चेक जैसी अत्याधुनिक सेवाएं शामिल होंगी। चरणबद्ध तरीके से यह निवेश 2000 करोड़ तक पहुंचाया जाएगा, जिससे सैकड़ों युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की यह मुलाकात बताती है कि प्रदेश सरकार सिर्फ योजनाओं की घोषणा नहीं, बल्कि उन्हें धरातल पर उतारने के लिए वैश्विक स्तर की भागीदारी ला रही है। मुख्यमंत्री ने इस पहल को ‘नई उड़ान, नया अवसर’ करार दिया है। उनका मानना है कि एविएशन सेक्टर में यह बड़ा निवेश न केवल मध्यप्रदेश की आर्थिक गति को बढ़ाएगा, बल्कि युवाओं के लिए स्किल डिवेलपमेंट और टेक्निकल एजुकेशन के नए द्वार खोलेगा।






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