सागर की मोतीनगर पुलिस ने ऑनलाइन आईपीएल सट्टा के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मोबाइल, चेकबुक, पासबुक और एटीएम कार्ड जब्त किए हैं। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि राहतगढ़ बस स्टैंड के पास एक व्यक्ति मोबाइल के जरिए क्रिकेट सट्टा चला रहा है। इस सूचना पर पुलिस की टीम तुरंत सक्रिय हुई और मौके पर दबिश दी। जैसे ही पुलिस वहां पहुंची, एक युवक मोबाइल पर कुछ देखते हुए भागने लगा, लेकिन पुलिस जवानों ने उसे घेरकर धर दबोचा। पूछताछ में उसने अपना नाम आकाश सेजवानी (24) निवासी सिंधी कैंप बताया, जिसके बाद पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू की।
पुलिस कार्रवाई के दौरान आरोपी आकाश सेजवानी के साथ अन्य सटोरियों की भी गिरफ्तारी की गई। पुलिस ने पीयूष अहूजा (21) जबलपुर, तुषार नागदेव (21) कटनी, राहुल देवानी (24) कटनी, साहिल बाघवानी (21) कटनी, अंश गोधवानी (18) कटनी, विशाल बाघवानी (26) कटनी, दिनेश चेलानी (22) कटनी और शाद खान (20) दिल्ली निवासी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके पास से 8 मोबाइल, 9 चेकबुक, 3 पासबुक और 15 एटीएम कार्ड जब्त किए, जिनके जरिए लाखों रुपये के सट्टे का हिसाब-किताब सामने आया है।
मोतीनगर थाना प्रभारी जसवंत सिंह के अनुसार, पकड़े गए आरोपी आईपीएल मैचों पर ऑनलाइन सट्टा लगवा रहे थे। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया कि यह सट्टा गिरोह बड़े नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है, जिसे ट्रेस करने के लिए आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह के तार कई अन्य शहरों से भी जुड़े हो सकते हैं। मोबाइल डेटा खंगालने पर कुछ अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं, जिससे सट्टे के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
फिलहाल पुलिस ने आरोपियों पर सट्टा एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। इस कार्रवाई के बाद पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि इस गिरोह से कौन-कौन जुड़े हुए थे और इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकते हैं। पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से सट्टेबाजों में हड़कंप मच गया है, वहीं स्थानीय लोगों ने इस कदम की सराहना की है।