संस्कृति मंत्रालय ने “जयति जय मामा भारतम्” के माध्यम से भारत की युवा शक्ति, कलात्मक विरासत और नारी शक्ति का शानदार प्रतिनिधित्व किया। इस अद्वितीय सांस्कृतिक कार्यक्रम में 5000 से अधिक लोक और आदिवासी कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया, जो भारतीय संस्कृति की विविधता और समृद्धि को दर्शाता है।
कार्यक्रम का उद्देश्य भारत की गहरी सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखना और उसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना था। इस आयोजन में विभिन्न प्रदेशों से आए कलाकारों ने अपनी पारंपरिक कला, संगीत, नृत्य और लोककला के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक विविधता को एक मंच पर प्रस्तुत किया। इसके अलावा, इस कार्यक्रम ने महिलाओं की भूमिका और उनके योगदान को भी प्रमुखता से दर्शाया, जो भारतीय समाज की रीढ़ मानी जाती हैं।
“जयति जय मामा भारतम्” न केवल एक सांस्कृतिक प्रदर्शनी थी, बल्कि यह भारत की समृद्ध कला और संस्कृति के प्रति सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक भी था।