प्रयागराज के महाकुंभ मेले में रविवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जब मेला क्षेत्र में भीषण आग लग गई। बताया जा रहा है कि खाना बनाते समय आग लगी, जिससे गैस सिलेंडर में ब्लास्ट होने लगे। अब तक 50 से अधिक टेंट जल चुके हैं, जिनमें गीता प्रेस का शिविर भी शामिल है। फायर ब्रिगेड की 12 से अधिक गाड़ियां और एनडीआरएफ की चार टीमें मौके पर पहुंचीं, लेकिन आग पर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हेलिकॉप्टर से स्थिति का जायजा लिया है। फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
आज की सबसे बड़ी खबर प्रयागराज से है, जहां महाकुंभ के पवित्र आयोजन में एक भीषण आग ने हड़कंप मचा दिया है। आग लगने की वजह से कई टेंट जलकर राख हो गए, और गैस सिलेंडर के लगातार ब्लास्ट ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। आइए जानते हैं इस पूरी घटना की विस्तृत जानकारी।
प्रयागराज में महाकुंभ के सातवें दिन, रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। मेला क्षेत्र के सेक्टर-19 में अचानक आग भड़क उठी। बताया गया है कि खाना पकाते समय एक टेंट में आग लगी, जिसने जल्द ही आसपास के टेंटों को भी अपनी चपेट में ले लिया। हालांकि, आग लगने की वजह की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। तेज़ हवा के कारण आग तेजी से फैल गई, जिससे 50 से अधिक टेंट जलकर खाक हो गए। इनमें गीता प्रेस गोरखपुर का प्रसिद्ध शिविर भी शामिल है।
आग इतनी भीषण थी कि लगातार सिलेंडर ब्लास्ट होते रहे। धमाकों की आवाज़ों ने मेले में अफरा-तफरी मचा दी। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। घटना स्थल पर फायर ब्रिगेड की 12 गाड़ियां और एनडीआरएफ की चार टीमें आग बुझाने के प्रयास में जुटी हुई हैं।
मौके पर मेलाधिकारी विजय किरण आनंद और एसएसपी राजेश द्विवेदी मौजूद हैं। अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, लेकिन आग पर अब तक पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है।
इस बीच, एक और खतरनाक दृश्य तब सामने आया जब आग के बीच से एक रेलवे ब्रिज के ऊपर से ट्रेन गुजरी। नीचे से उठती आग की लपटें देखकर यात्रियों में दहशत फैल गई। कई यात्रियों ने इस घटना के वीडियो भी बनाए, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
आग लगने की इस घटना के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे। उन्होंने हेलिकॉप्टर से पूरे महाकुंभ क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया और हालात का जायजा लिया। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द आग पर काबू पाया जाए और किसी भी तरह की जनहानि न हो।
फिलहाल इस भीषण आग में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन नुकसान का आकलन किया जा रहा है। स्थानीय लोगों और साधुओं के मुताबिक, यह घटना मेला आयोजन की व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल उठाती है।