दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। जंगपुरा सीट, जो आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए वीआईपी सीट मानी जा रही थी, वहां से दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी प्रत्याशी तरविंदर सिंह मारवाह ने उन्हें 675 वोटों के अंतर से हराकर सीट पर कब्जा कर लिया। सिसोदिया को कुल 38,184 वोट मिले, जबकि मारवाह को 38,859 वोट प्राप्त हुए। शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद जमानत पर रिहा हुए सिसोदिया इस बार पटपड़गंज की बजाय जंगपुरा से मैदान में उतरे थे, लेकिन जनता का समर्थन हासिल करने में असफल रहे।
AAP नेतृत्व ने मौजूदा विधायक प्रवीण कुमार का टिकट काटकर सिसोदिया को चुनावी मैदान में उतारा था, जिससे यह सीट हाई-प्रोफाइल बन गई थी। हालांकि, भाजपा ने सिसोदिया के खिलाफ हमलावर रणनीति अपनाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया, जिसका असर मतदाताओं पर साफ दिखाई दिया। दिल्ली की राजनीति में इस हार को आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि सिसोदिया के हारने से पार्टी की छवि को गहरा नुकसान पहुंच सकता है। वहीं, बीजेपी इस जीत को जनता के विश्वास और अपनी रणनीतिक सफलता के रूप में देख रही है।