आधे ओवरब्रिज की तिरंगा झालर एवं स्ट्रीट लाइट आज फिर से है बंद अक्सर होता है यही हाल ओवर ब्रिज से नीचे उतरते ही लगी हाई मास्क लाइट का एक बल्ब जल रहा जुगनू की तरह
मैहर। नगरपालिका की विद्युत व्यवस्था इन दिनों चरमराई हुई है। लगातार खबरों के प्रकाशन एवं सूचना के बावजूद भी विद्युत इंजीनियर के कानों में जूं नहीं रेंग रही है एवं नगरवासी बदहाल विद्युत व्यवस्था की मार झेलने को मजबूर हैं। मैहर मां शारदा का धाम है तथा यहां दूरदराज से भी यात्री आते-जाते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वाले यात्री भी विद्युत व्यवस्था की बदहाल हालत को देखते हैं जिससे सत्ताधारी दल की साख खराब हो रही है। ताजा मामला आज शाम का है जब मैहर ओवर ब्रिज के लगभग आधे हिस्से की बिजली के खंभों की तिरंगा झालर एवं स्ट्रीट लाइट फिर से बंद देखी गई। आए दिन यही हाल रहता है, तथा हर दूसरे-तीसरे दिन ब्रिज की आधी या पूरी लाइटें बंद पाई जाती हैं। सवाल यह है कि इस चरमराई हुई व्यवस्था का जिम्मेदार किसे माना जाए?? निश्चित तौर पर विद्युत विभाग के इंजीनियर जो इन सब कामों की देखरेख हेतु उत्तरदाई हैं वे ही जिम्मेदार हैं। ओवर ब्रिज से नीचे उतरते ही रीवा रोड की ओर हाई मास्क लाइट का एक भी जुगनू की तरह जल रहा है तथा यह बल्ब नगर पालिका की बदहाल व्यवस्था की कहानी स्वयं कह रहा है। देखना है कि खबर के प्रकाशन के बाद जनप्रतिनिधि एवं जिम्मेदार हरकत में आते हैं या यूं ही अव्यवस्था जारी रहेगी।