सरस्वती कोल ने फर्जी बरसाना नामांतरण करने वाले पटवारी वर्तमान राजस्व निरीक्षक को हटाए जाने की मांग की सरस्वती कोल का कहना है हमारे पिता जी के देहांत के बाद हम बहनों का नाम बरसाना नामांतरण पंजी से पटवारी द्वारा काटा गया है फर्जी भूमाफिया सेख बाबर खान वा पटवारी के खिलाप जांच कर कार्यवाही किए जाने के संबंध में कलेक्टर महोदय को दिया आवेदन सूत्रों का मानना है ये जांच किसी अन्य अधिकारी से करवाई जाए सही जांच कर फर्जी गिरोह के ऊपर करवाही की जाए आदिवासी सरस्वती कोल की मांग है जन क्या राजस्व अधिकारी द्वारा सही जांच करके राजस्व निरीक्षक पर कार्रवाई की जाएगी भू माफिया गिरोह से आदिवासी की पुश्तैनी जमीन वापस दिलाकर आदिवासी को न्याय मिल पाएगा.
सेख बाबर खान ने पटवारी के साथ मिलकर बिना सजरा के बरसाना नामांतरण करके आदिवासी लड़कियों का करोड़ों रुपए की बेशकीमती जमीन हड़पी भूमाफिया गिरोह के सरगना कहे जाने वाले फर्जी बाबर खान का कहना है बरसाना नामांतरण पटवारी द्वारा किया गया है डेलौरा कोल परिवार का साफ तौर पर कहना हमारे परिवार के साथ सेख बाबर खान ने फर्जी किया है सूत्रों का मानना है आदिवासी के साथ फर्जी करने वाले की अभी तक जांच कर कार्यवाही क्यों नही की जा रही है क्या कारण है अनपढ़ कोल परिवार की पुश्तैनी जमीन कूट रचित दस्तावेज तैयार कर हड़पने वाले का मास्टरमाइंड कौन है क्या बाबर खान या अन्य कोई माफिया या राजस्व पटवारी यह तो जांच का विषय है लेकिन सालों से आदिवासी कलेक्ट्रेट परिसर का सिर्फ चक्कर लगाता फिर रहा है राजस्व अधिकारियों द्वारा गोल मोल जवाब देकर आदिवासी को गुमराह किया जा रहा है सूत्रों से प्राप्त जानकारी इस फर्जी गिरोह में कुछ भूमाफिया उमेश कोल को नाबालिक होते हुए भी बालिक बनाकर उसके मां दुलारी कोल के साथ शारदा ग्रामीण बैंक में जॉइंट खाता खुलवा कर रजिस्ट्री करवा ली गई लेकिन रजिस्ट्री में लिखा हुआ चेक उमेश कोल के खाते में जमा होने का कोई भूमाफिया प्रमाण नहीं दे रहा है इसका मानना है सब रजिस्टार से मिलकर सिर्फ रजिस्ट्री में फॉर्मेलिटी पूरी की गई लेकिन आदिवासी के खाते में कोई पेमेंट क्रेडिट नहीं हुआ इसी तरह 2018 में शेख बाबर खान ने अपने ड्राइवर छोटेलाल कोल के द्वारा अपने नाम रजिस्ट्री करवाई ऑनलाइन पेमेंट 11612500 रुपए होता है मनी कलेक्टर महोदय के आदेशानुसार यह पेमेंट पहले आदिवासी के बैंक खाते में क्रेडिट होने के बाद सब रजिस्टार के समक्ष बैंक पासबुक प्रस्तुत की जाती है तत्पश्चात रजिस्ट्री की जाती है लेकिन भूमाफिया बाबर खान ने ऐसा षड्यंत्र रचा 2018 में मौजूद सब रजिस्टार नवाज सेख बिना कोई बैंक पासबुक के रजिस्ट्री कर दी आदिवासी अपने पुश्तैनी जमीन वापस पाने के चक्कर में कलेक्ट्रेट परिसर का सिर्फ चक्कर लगाता भटक रहा है राजस्व विभाग सो रहा है भू माफिया गिरोह के आगे कोई कार्यवाही नहीं राजस्व अधिकारी सतना के भू माफिया गिरोह के इशारे पर चलते हैं मामा की सरकार भी सिर्फ भाषण में आदिवासियों के साथ है हकीकत में देखा जाए तो वोट बैंक के लिए मामा सरकार भी आदिवासियों का सभा पर सभा करती जा रही है लेकिन हकीकत में आज आदिवासी के साथ हो रहे अत्याचार का कोई देखने वाला नहीं
Home विन्ध्य प्रदेश Maihar MAIHAR NEWS डेलौरा बाईपास फर्जीवाड़ा 1999, उजागर हुआ मामला 22 वर्ष बाद...