मैहर के बठिया में संचालित साईं स्टोन क्रेशर का जिसके संचालक के बचाव में खनिज विभाग पूरा जोर जुगत लगाकर तोड़ मरोड़ के बचाव में सभी रास्ते निकाल रहा हैखनिज वर्ष 2012 से साई स्टोन क्रेशर के भंडारण में पत्थर कहा से आया इस विषय की जानकारी देने में खनिज अधिकारी सतना के पसीने छूट रहे है,जिससे यह चर्चा उठ रही है साई स्टोन क्रेशर के संचालक सचिन मिश्रा की साठगांठ के चलते खनिज विभाग बचाने खनिज माफिया के कारनामों को छुपाने के लिए भरपूर प्रयास रत है,कहते है कि जिले भर में हो रहे प्रत्येक अवैध खनन खनिज के अवैध कारोबार की जानकारी खनिज विभाग को होती है लेकिन खनिज विभाग उस पर कार्यवाही नही करता क्यों कि कार्य करने वाले लोग पहले ही खनिज विभाग की नेटवर्किंग में आ जाते है,अब यह बात समझ से परे है कि साई स्टोन क्रेशर के मासिक छमाही पत्रक को 10वर्षो से खनिज विभाग क्यों छुपा रहा है और आरटीआई से जानकारी मांगने पर इसे निजी जानकारी बताकर लोगो को भ्रमित क्यों कर रहा है, आरटीआई आवेदनकर्ता की मांग है कि मामले कि जानकारी धारा 8का हवाला देने वाला खनिज विभाग बताए कैसे साई स्टोन क्रेशर में आने वाला पत्थर निजी हो गया जिसका सामाजिक सरोकार से कोई मतलब कैसे नही हुआ,अगर क्रेशर के कार्य निजी है तो खनिज प्रदूषण सहित अन्य विभाग का हस्ताक्षेप क्यों रहता है,खनिज विभाग में पदस्थ लोक सूचना अधिकारी हर संभव स्थिति में भेद छुपाकर साई स्टोन क्रेशर के संचालक का बचाव करना चाहते है जिसे लेकर अब जिला कलेक्टर सतना से तत्काल जांच और प्रदूषण विभाग सतना के पत्र पर कार्यवाही करने की मांग कि जायेगी|