प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान भगदड़ मचने से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 90 से अधिक लोग घायल हो गए। इस दर्दनाक हादसे से पहले प्रयागराज के कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने लाउडस्पीकर के माध्यम से श्रद्धालुओं को जल्द स्नान करने की अपील की थी और संभावित भगदड़ को लेकर चेतावनी भी दी थी।
वायरल वीडियो में क्या कह रहे हैं कमिश्नर विजय विश्वास पंत?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कमिश्नर पंत श्रद्धालुओं से कहते नजर आ रहे हैं— “सभी श्रद्धालु सुन लें, यहां लेटे रहने से कोई फायदा नहीं है। जो सोबत है, सो खोबत है। उठिए, उठिए, स्नान करिए, ये आपके सुरक्षित रहने के लिए है। बहुत श्रद्धालु आने वाले हैं, भगदड़ मचने की संभावना है। आप पहले आए हैं, तो आपको सबसे पहले अमृत मिलना चाहिए। करबद्ध निवेदन है—उठें, उठें… सोएं ना…”
कुंभ मेला डीआईजी वैभव कृष्ण के अनुसार, मौनी अमावस्या स्नान के लिए रात 1 से 2 बजे के बीच अखाड़े के रास्ते पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। इस दौरान बैरिकेड्स टूट गए, जिससे श्रद्धालु बेकाबू हो गए और भगदड़ मच गई। प्रशासन ने तुरंत राहत एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। हालांकि, 30 लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी।
कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने भगदड़ से पहले ही सतर्कता बरतने की अपील की थी, लेकिन इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित कर पाना प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। अब इस घटना को लेकर जांच की जा रही है कि क्या सुरक्षा प्रबंधन में कोई चूक हुई थी या नहीं।
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में भीड़ प्रबंधन को लेकर प्रशासन को और अधिक ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाओं से बचा जा सके।






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