सागर (मध्य प्रदेश) – मध्य प्रदेश के सागर जिले में आयोजित “क्रिकेट महाकुंभ” ने खेल प्रेमियों के लिए एक ऐतिहासिक पल रच दिया। सुरखी विधानसभा क्षेत्र में हुए इस भव्य टूर्नामेंट में 610 टीमों और 9200 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया। भारतीय क्रिकेट के पूर्व दिग्गज हरभजन सिंह इस आयोजन के फाइनल मुकाबले को देखने पहुंचे और ग्रामीण स्तर पर इतने विशाल टूर्नामेंट को देखकर चकित रह गए। उन्होंने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि गांव में इतने बड़े पैमाने पर क्रिकेट खेला जा सकता है। यह टूर्नामेंट एक रोल मॉडल है और अब मैं भी अपने गांव में ऐसा आयोजन करवाऊंगा।” उनकी इस घोषणा ने स्थानीय खिलाड़ियों और क्रिकेट प्रेमियों में नई ऊर्जा भर दी।
इस टूर्नामेंट का आयोजन युवा शक्ति संगठन के आकाश सिंह राजपूत ने किया। फाइनल मुकाबला राहतगढ़ फ्रेंड्स क्रिकेट क्लब और मित्रता क्लब सुर्खी के बीच खेला गया, जिसमें फ्रेंड्स क्रिकेट क्लब ने 40 रनों से जीत दर्ज कर 1.11 लाख रुपए का इनाम अपने नाम किया, जबकि उपविजेता टीम को 51 हजार रुपए मिले। हरभजन सिंह का पारंपरिक बुंदेली लोक नृत्य, मृदंग और रमतुला की धुनों के बीच भव्य स्वागत किया गया। वे रथ पर सवार होकर पूरे ग्राउंड का चक्कर लगाते हुए दर्शकों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। हजारों की संख्या में उमड़ी भीड़ ने मैदान को खचाखच भर दिया, जिससे यह आयोजन और भी यादगार बन गया।
हरभजन सिंह ने स्थानीय खिलाड़ियों से बातचीत कर उन्हें प्रेरित किया और क्रिकेट में आगे बढ़ने के गुर भी सिखाए। उन्होंने कहा, “अगर मैं एक छोटे से गांव से निकलकर भारतीय टीम तक पहुंच सकता हूं, तो यहां के खिलाड़ी भी देश का नाम रोशन कर सकते हैं। ऐसे टूर्नामेंट होते रहने चाहिए ताकि छुपी हुई प्रतिभाओं को मंच मिल सके।” हरभजन ने मध्य प्रदेश सरकार से अनुरोध किया कि मैदान में लाइट्स लगवाकर नाइट टूर्नामेंट शुरू किया जाए। इस पर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने आश्वासन दिया कि आने वाले वर्षों में इस टूर्नामेंट को और बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा। सुरखी का यह क्रिकेट महाकुंभ अब हर साल होगा और ग्रामीण क्रिकेट को नई पहचान देने का मंच बनेगा।