प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर महाकुंभ 2025 का आयोजन श्रद्धा और भव्यता का अद्वितीय नज़ारा पेश कर रहा है। अब तक 7 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने इस पवित्र अवसर पर डुबकी लगाई है। संगम के घाटों पर उमड़ी अपार भीड़ ने धार्मिक आस्था का जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया है। उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ की तैयारियों और व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा को सर्वोपरि मानते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को हर परिस्थिति में सुव्यवस्थित प्रबंधन सुनिश्चित करने का आदेश दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 के दौरान काशी और प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के लिए उच्च स्तरीय बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शीतलहर के प्रभाव को देखते हुए रुकने के स्थानों पर अलाव, स्वच्छ शौचालय, स्वच्छता, पेयजल, और उचित प्रकाश की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। गंगा घाटों और बस स्टैंडों पर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के सटीक उपाय किए जा रहे हैं ताकि किसी को कोई असुविधा न हो। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जरूरत पड़ने पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
महाकुंभ 2025 को विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन माना जा रहा है। इसमें डिजिटल तकनीक का प्रभावशाली उपयोग किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की जानकारी और सुविधा के लिए कुम्भ क्षेत्र में होर्डिंग्स पर चार अलग-अलग रंगों के क्यूआर कोड लगाए गए हैं। नारंगी रंग के क्यूआर कोड को स्कैन कर श्रद्धालु उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। स्वच्छता की दृष्टि से कुंभ क्षेत्र में 1.50 लाख शौचालय स्थापित किए गए हैं, और सफाईकर्मी लगातार परिसर को स्वच्छ रखने में जुटे हैं। महाकुंभ 2025 का यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का पर्व है, बल्कि तकनीकी और प्रबंधन की उत्कृष्टता का भी परिचायक बन रहा है।