Thursday, February 20, 2025

Mahakumbh 2025: आस्था का महासंगम, 55 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई पवित्र डुबकी

60 करोड़ की संख्या छू सकता है श्रद्धालुओं का सैलाब
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 ने अब तक आस्था और श्रद्धा के नए कीर्तिमान स्थापित कर दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, 13 जनवरी से शुरू हुए इस धार्मिक महासंगम में अब तक 55 करोड़ से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। मंगलवार शाम आठ बजे तक ही 1.26 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया। प्रशासन का अनुमान है कि 26 फरवरी को अंतिम स्नान तक यह संख्या 60 करोड़ से भी अधिक पहुंच सकती है। यह आंकड़ा धार्मिक आयोजनों के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी सहभागिता मानी जा रही है।

धार्मिक मान्यताओं का अनुपम संगम, आधे से अधिक सनातनी कर चुके स्नान
महाकुंभ के आंकड़े दर्शाते हैं कि भारत के 110 करोड़ सनातन धर्म अनुयायियों में से लगभग आधे श्रद्धालु अब तक त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। प्यू रिसर्च और वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू के अनुसार, भारत की कुल जनसंख्या लगभग 143 करोड़ है, जिसमें से 110 करोड़ लोग सनातन धर्म को मानने वाले हैं। सरकार का दावा है कि यह आयोजन विश्व के सबसे बड़े धार्मिक सम्मेलनों में से एक बन चुका है, जिसमें हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भविष्यवाणी सच होती दिख रही
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 के दौरान 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई थी, लेकिन यह आंकड़ा पहले ही 55 करोड़ को पार कर चुका है। प्रशासन के अनुसार, 14 फरवरी तक 50 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया था, और अब 26 फरवरी के अंतिम स्नान तक यह संख्या 60 करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान है। भारी भीड़ के बावजूद, मेला प्रशासन श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रहा है।

सोशल मीडिया पर महाकुंभ मेले के विस्तार की अफवाहें झूठी
प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र मांदड़ ने सोशल मीडिया पर फैल रही उन अफवाहों का खंडन किया है, जिसमें कहा जा रहा था कि भारी भीड़ के कारण महाकुंभ मेले की अवधि बढ़ाई जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि महाकुंभ का कार्यक्रम धार्मिक मुहूर्त के आधार पर पहले से निर्धारित होता है और इसमें किसी भी तरह का बदलाव संभव नहीं है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ का समापन तय समय पर ही होगा। प्रशासन की ओर से आने वाले हर श्रद्धालु के लिए सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।

दुनिया भर में गूंज रहा है महाकुंभ का दिव्य आयोजन
महाकुंभ 2025 न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया के सनातन धर्म अनुयायियों के लिए आस्था और आध्यात्मिकता का अद्वितीय संगम बन गया है। प्यू रिसर्च के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 120 करोड़ लोग सनातन धर्म को मानते हैं, जिनमें से 45 प्रतिशत से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में संगम पर स्नान कर चुके हैं। यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी ऐतिहासिक बन चुका है। अगले कुछ दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ेगी, जिससे महाकुंभ 2025 मानव इतिहास के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में अपना स्थान पक्का कर लेगा।

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