कोलकाता के भीड़भाड़ वाले बड़ाबाजार इलाके में मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। यहां स्थित” रितुराज होटल” में भीषण आग लगने से “कम से कम 15 लोगों” की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। आग लगने की सूचना मिलते ही मौके पर हड़कंप मच गया और पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
होटल के अंदर फंसे थे दर्जनों लोग, महिलाएं और बच्चे भी शामिल:
बताया जा रहा है कि होटल के नीचे एक गोदाम स्थित है, जबकि ऊपर की पांच मंज़िलों पर होटल का संचालन हो रहा था। आग लगने के वक्त होटल के अंदर महिलाएं, बच्चे और कई बाहरी व्यापारी मौजूद थे। जब अचानक धुआं फैलने लगा, तो लोग घबराकर अपनी जान बचाने के लिए छत की ओर दौड़ पड़े।
लोगों ने खिड़कियों से लटककर बचाई जान, फ्लैशलाइट से मांगी मदद:
घटना के दौरान कई लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए खिड़कियों की मुंडेर से लटकने की कोशिश की। कुछ लोग छत पर चढ़ गए और मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर बचाव की गुहार लगाते रहे। हालात इतने खराब थे कि दम घुटने से कई लोगों की हालत बिगड़ गई।
दमकल की 10 गाड़ियों ने रात भर की मशक्कत:
दमकल विभाग की 10 गाड़ियाँ रात करीब 1 बजे तक आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटी रहीं। हाइड्रोलिक सीढ़ियों की मदद से दमकल कर्मियों ने छत पर फंसे लोगों को बाहर निकाला। लेकिन तब तक कई जिंदगियाँ बुझ चुकी थीं।
संजय पासवान की गिरकर मौत, 13 शव होटल की ऊपरी मंजिल से मिले:
बचने की कोशिश में एक व्यक्ति संजय पासवान नीचे गिर गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, जब आग बुझने के बाद रेस्क्यू टीम ने होटल की ऊपरी मंजिलों तक पहुंच बनाई, तो 13 शव बरामद किए गए। मृतकों में दो छोटे बच्चे भी शामिल थे, जिससे यह हादसा और भी हृदयविदारक बन गया।
ज्यादातर मृतक बाहर से आए व्यापारी, घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया:
कोलकाता मेडिकल कॉलेज में घायलों को भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने से हुई। पश्चिम बंगाल की मंत्री शशि पांजा ने बताया कि होटल में रुके हुए अधिकतर लोग दूसरे राज्यों से आए व्यापारी थे। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और SIT जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी।
पुलिस कमिश्नर का बयान: SIT करेगी पूरे मामले की जांच:
कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि एक विशेष जांच टीम (SIT) बनाई गई है, जो होटल में सुरक्षा व्यवस्था, दमकल प्रणाली, और आग लगने के कारणों की जांच करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक, मुआवज़े का ऐलान:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स (Twitter) पर लिखा:”कोलकाता की आग की घटना से व्यथित हूँ। जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।”पीएम ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है।
लापरवाही या हादसा – जांच से सामने आएगा सच:
कोलकाता का यह भीषण अग्निकांड न सिर्फ प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भवनों की सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती है। अब सबकी नजर SIT जांच पर है, जिससे यह स्पष्ट होगा कि यह आग लापरवाही की वजह से लगी या कोई और कारण था।





Total Users : 13151
Total views : 31997