कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता ठुकरा दिया है, मगर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा से 4 करोड़ 31 लाख राम नाम लिखे पत्रक को अयोध्या भेजने की तैयारी में हैं।
छिंदवाड़ा में बट रहे राम नाम के पत्रक
छिंदवाड़ा की मारूति नंदन सेवा समिति ने 21 दिनों का श्रीराम महोत्सव का आयोजन किया है। समिति के पदाधिकारी और स्वयंसेवक लोगों को राम नाम का पत्रक बांट रहे हैं। लोगों से कहा जा रहा है कि इस पर 108 बार राम नाम लिखकर उन्हें वापस कर दें।
समिति के संरक्षक हैं कमलनाथ
छिंदवाड़ा के सिमरिया स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर का प्रबंधन इसी समिति के हाथ में है। कमलनाथ और उनके सांसद बेटे नकुलनाथ इस समिति के संरक्षक हैं। मंदिर भी कमलनाथ ने ही बनवाया है। समिति की कोशिश है कि राम नाम के इस रिकॉर्ड संग्रह को प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के दौरान ही अयोध्या पहुंचाया जाए।
21 जनवरी तक चलेगा श्रीराम महोत्सव
मारूति नंदन सेवा समिति ने तीन चरणों में 21 दिवसीय श्रीराम महोत्सव का आयोजन किया है। 4 जनवरी से राम नाम लेखन का काम शुरू किया गया है जो 21 जनवरी तक चलेगा। कांग्रेस के धर्मस्व प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष और मारूति नंदन सेवा समिति के संयोजक आनंद बक्षी ने कहा ‘अयोध्या में राम मंदिर सनातन धर्म की आस्था का प्रतीक है। राम हिंदुओं के आदर्श हैं। 500 साल बाद भव्य मंदिर में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है।