ज्योतिष: कुछ लोग उम्र से पहले ही बूढ़े दिखने लगते हैं, बाल सफेद हो रहे हैं, आंखे कमज़ोर हो रही हैं, चेहरे पर झुर्रियां पड़ रही हैं, बाल झड़ रहे हैं ये सब ग्रहों का बुरा प्रभाव होता है. लेकिन ग्रह दोष को कैसे पहचाने, दोष से कैसे मुक्ति मिलेगी और किस उम्र में कौन सा ग्रह क्या दोष दे सकता है ये सब हम आपको बता रहे हैं. ग्रहों का उम्र के हर पड़ाव पर असर पड़ता है. ग्रह किस उम्र में ये क्या असर डालते हैं ये सब ज्योतिष्शास्त्र में बताया गया है. उसी हिसाब से हम आपको अब बताने वाले हैं कि किस उम्र में कौन सा ग्रह आप पर क्या प्रभाव डाल रहा है.
बृहस्पति – उम्र का 16वां साल बृहस्पति का होता है. यह उम्र बिगड़ने और सुधरने की होती है. शिक्षा, संस्कार इसी उम्र में ग्रहण करते हैं. बृहस्पति चौथे भाव में है तो लाभ मिलेंगे. बृहस्पति छठे भाव में है तो हानि होगी
सूर्य – उम्र का 22वां साल सूर्य देव का होता है. सूर्य शुभ और उच्च का है? इस साल सफलता मिलेगी. सूर्य नीच का है तो हानि होगी.
चंद्रमा – चंद्रमा का फल 24वें साल में मिलता है. चंद्रमा उच्च का है? मां के दुलार और सांसारिक सुखों की प्राप्ति होगी. चंद्रमा नीच का हो तो संबंधित क्षेत्र में विफलता मिलेती है.
शुक्र – उम्र का 25वां साल शुक्र का है. शुक्र की स्थिति अच्छी है. पत्नी का सुख और भौतिक आनंद की प्राप्ति होगी. शुक्र अगर नीच का होता है तो निराशा मिलती है.
मंगल – मंगल आक्रामक क्षत्रीय ग्रह है. उम्र का 28वां वर्ष मंगल का होता है. मंगल शुभ है ? जमीन-जायदाद, संपति शासन में उन्नति मिलेगी.
बुध – बुध का प्रभाव 34वें साल में दिखता है. बुध शुभ स्थिति में हो तो.व्यवसाय में लाभ मिलता है. बुध नीच का है.व्यवसाय में नुकसान होता है
शनि – शनि 36 की आयु में फल देता है. दुकान, मकान, राजनीति: शासन में फायदा मिलता है.शनि अशुभ है तो इन्हीं क्षेत्रों में नुकसान होता है
राहु – राहु 42वें साल में फल देता है.राहु शुभ है तो राजपाट दिलवाता है.राहु अशुभ हो तो मानसिक विकार देता है.
केतु – केतु 46वें साल में फल देता है.केतु शुभ है संतान, मामा की ओर से सुख मिलता है.अशुभ स्थिति में दुख का कारण बनता है