JABALPUR : म.प्र.राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की सहायता से किरण का सामाजिक दायरा बढ़ा

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जबलपुर जिले में म.प्र.राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन का कार्य जुलाई 2017 से प्रारंभ हुआ है,जिसके अंतर्गत विकासखण्ड पनागर के ग्रामों के गरीब परिवारों को स्व सहायता समूहों से जोडकर गरीबी से बाहर निकालने हेतु संस्थागत प्रयास किये जाकर एवं मिशन तथा बैंकों से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर संवहनीय आजीविका से जोडने का सतत्‌ प्रयास किया जा रहा है।इसी कडी में ग्राम पंचायत घाना के ग्राम घाना में समूहों का गठन किया गया। ग्राम में गठित परी स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमति किरण दोहरे के पास कोई भूमि नहीं है वह मिशन में जुडने से पूर्व हाथ से सुपाडी कटिंग करने एवं मजदूरी का काम करके अपनी जीविका चलाती थी।

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समूह में जुड़ने से पूर्व उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, प्राप्त शिक्षा का उपयोग नही हो पा रहा था, किसी प्रकार का कोई प्रशिक्षण प्राप्त नहीं था, लेकिन मिशन से जुड़ने के बाद किरण दोहरे की आजीविका व आर्थिक स्थिति में बदलाव आया। वह ग्राम घाना की 5 गरीब महिलाओं को जोडकर जून 2020 में परी स्व सहायता समूह का गठन किया गया। जिसमें सभी सदस्यों द्वारा किरण को अध्यक्ष चुना गया। किरण दोहरे सक्रिय महिला है। इनके द्वारा वीपीआरपी प्लान का प्रशिक्षण लेकर ग्राम घाना का वीपीआरपी प्लान भी बनाया गया है। किरण दोहरे को मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना अंतर्गत 10 हजार रूपये का ऋण भी सुपाडी व्यवस्था हेतु स्वीकृत हुआ था। जिसमें से 5 हजार रूपये के बडे सरौंते एवं 5 हजार रूपये से सुपारी का कार्य प्रारंभ किया। इनके द्वारा मार्केट से सुपाडी क्रय कर लायी जाती है एवं कटिंग करके मार्केट में बेची जाती थी किन्तु आमदनी में बहुत ज्यादा वृद्धि नहीं हो पा रही थी। इसी दौरान उनको सुपाडी काटने वाली मशीन के बारे में मिशन के द्वारा अवगत कराया गया, जिससे उन्होंने दिसम्बर 2020 में 22 हजार रूपये सीआईएफ की राशि से सुपाडी कटिंग की बिजली से चलने वाली मशीन 2 हजार रूपये की गुजरात से ऑनलाईन मंगवाई। पूर्व में यह हाथ से 1 घंटे मे 1 किलो सुपाडी काट पाती थी ज्यादा आर्डर रहने पर भी काम कम हो पाता था एवं आय भी 150-200 रूपये तक की ही हो पाती थी, किन्तु मशीन लाने से यह समय पर आर्डर पूरा करती है क्योंकि मशीन से एक घंटे में 12 किलो सुपाडी कट जाती है। मशीन आ जाने जाने से इनकी आय 400- 450 रूपये प्रतिदिन की हो गयी है। इस प्रकार वर्तमान में इन्हें 12 हजार से 13 हजार रूपये प्रतिमाह आय होने लगी है।

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श्रीमति किरण दोहरे के समूह में मिशन से जुडने के बाद बहुत परिवर्तन आया जैसे आत्म विश्वास एवं आत्म निर्भरता, वित्तीय साक्षरता का ज्ञान बढा है, नेतृत्व क्षमता का विकास हुआ है, सरकारी विभागों एवं योजनाओं की जानकारी मिलने लगी है और भविष्य के प्रति साकारात्मक योजना। इस प्रकार पता चलता है कि किरण दोहरे का मिशन में जुडने के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में वृद्धि हुई है । गांव में किरण का सामाजिक दायरा भी बढ़ा है।

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