नवागत पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री टी.के.विद्यार्थी (भा.पु.से.) द्वारा जिले में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाये जाने तथा ब्लैक स्पॉटों में दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके इसके लिए सभी रोड एजेंसियों, तथा पुलिस अधिकारियों की बैठक पुलिस कंट्रोल रूम में ली गई।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्रीमती प्रियंका शुक्ला (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दक्षिण श्री संजय अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उत्तर/यातायात श्री प्रदीप शेन्डे तथा रोड एजेंसीज- एनएचएआई से प्रबंधक श्री सुमेश बांझल, पीडब्ल्यूडी से एक्जीक्यूटिव इंजीनियर श्री शिवेन्द्र सिंह, एमपीआरडीसी से एजीएम श्री विनोद श्रीवास्तव, स्मार्ट सिटी से अंकुर खरे, जेसीटीएसएल से श्री सचिन विश्वकर्मा तथा नगर पुलिस अधीक्षक ओमती श्री आर.डी.भारद्वाज, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली श्री प्रभात शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर श्री अखिलेश गौर, नगर पुलिस अधीक्षक गोरखपुर सुश्री प्रतिष्ठा राठौर, उप पुलिस अधीक्षक यातायात श्री मधुकर चौकीकर, उप पुलिस अधीक्षक कानून व्यवस्था/बरगी श्रीमती अंकिता खातरकर, एसडीओपी सिहोरा श्रीमती भावना मरावी, थाना प्रभारी यातायात मालवीय चौक श्री मोहन सिंह ठाकुर उपस्थित रहें ।
बैठक में जिले के चिन्हित किये गये 27 ब्लैक स्पॉट में हो रही सड़क दुर्घटनाओं के कारण एवं उनके निदान के लिए किये जाने वाले सुधारात्मक उपाय के संबंध में संबंधित रोड एजेंसियों के प्रतिनिधियों से चर्चा की गई। जिसमें निर्णय लिया गया कि संबंधित रोड एजेंसीज, संबंधित थाना प्रभारी, यातायात पुलिस अधिकारी संयुक्त रूप से ब्लैक स्पॉट एवं थाना के अन्य दुर्घटनाजन्य स्थानों का संयुक्त निरीक्षण करते हुये हो रही सडक दुर्घटनाओं के कारण का पता कर उनका निदान करें ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सके।
पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री टी.के.विद्यार्थी (भा.पु.से.) द्वारा निर्देशित किया गया कि :-
*चिन्हित किये गये ब्लैक स्पॉट पर आवश्यकतानुसार रंबल स्ट्रिप, स्पीड ब्रेकर, संकेतक बोर्ड एवं सूचना बोर्ड लगाये जाये।
*हाईवे पर जिन स्थानों पर क्रासिंग करने हेतु मीडियन तोड़े गये है ऐसे तत्वों को चिन्हित कर उन पर कानूनी कार्यवाही की जाये।
*हाईवे पर किये गये अतिक्रमण को टीम गठित कर हटवाया जावे।
*हाईवे पर अनाधिकृत रूप से खड़े रहने वाले भारी वाहन जैसे- हाईवा, डम्फर, ट्रक पर वैधानिक कार्यवाही की जाकर हटाया जावे।
*आम नागरिकों एवं वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूकता हेतु लगातार प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जाये।