क्या आपने कभी किसी ऐसी मुस्कान को देखा है, जो खूबसूरती से छल को ढक लेती हो? क्या हो अगर वही मुस्कान एक खौफनाक साजिश की पर्दादार हो? क्या आपका पार्टनर भी वो सब छुपा रहा है, जो आपके रिश्ते की बुनियाद को तोड़ सकता है? आज हम एक ऐसी सच्ची घटना लेकर आए हैं, जिसमें प्यार का नकाब ओढ़े एक पत्नी ने हवस और नशे की लत में अपने ही पति को मौत के घाट उतार दिया। यह कहानी है मेरठ के मर्चेंट नेवी अधिकारी सौरभ राजपूत और उनकी पत्नी मुस्कान रस्तोगी की — जहां मोहब्बत की शुरुआत ने अंत में एक ड्रम में सीमेंट से बंद लाश का रूप ले लिया।
साल 2016 में सौरभ और मुस्कान ने लव मैरिज की थी। प्यार इतना गहरा था कि सौरभ ने अपनी मर्चेंट नेवी की नौकरी छोड़ दी, ताकि वो मुस्कान के साथ ज़्यादा समय बिता सके। उसने अपने परिवार से भी दूरी बना ली। लेकिन तीन साल बाद, 2019 में, सौरभ को पता चला कि मुस्कान का उसके दोस्त साहिल शुक्ला के साथ अफेयर चल रहा है। इससे रिश्तों में तनाव बढ़ने लगा। अंततः सौरभ ने वापस नेवी में शामिल होने का निर्णय लिया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी — मुस्कान, अब सिर्फ पत्नी नहीं रही थी… वो अब एक साजिशकर्ता थी।
पुलिस की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। साहिल शुक्ला, जो खुद गांजे और नशे का आदी था, उसने मुस्कान को भी ड्रग्स की लत लगा दी। मुस्कान अब साहिल के प्रेम जाल में पूरी तरह फंस चुकी थी। उसका पति सौरभ उसे इस नशे से रोकता रहा, पर यही रुकावट उसकी जान की दुश्मन बन गई। पिता प्रमोद रस्तोगी ने बताया कि मुस्कान ने खुद कबूल किया है कि उसने हत्या इसलिए की क्योंकि उसका पति उसे ड्रग्स लेने से रोकता था। दोनों ने मिलकर पहले हत्या की योजना बनाई, फिर सौरभ के शरीर के 15 टुकड़े कर ड्रम में डालकर सीमेंट से बंद कर दिया।
इस सनसनीखेज वारदात से सबक लेते हुए यह सोचना जरूरी है कि कहीं आपका रिश्ता भी तो इस खतरनाक मोड़ की ओर तो नहीं बढ़ रहा? रिश्तों में धोखे के कुछ स्पष्ट संकेत होते हैं। जैसे — पार्टनर का अचानक व्यवहार बदल जाना, इंटीमेट होने से कतराना, बार-बार बिजनेस ट्रिप या ओवरटाइम का बहाना, सोशल मीडिया पर सीक्रेट अकाउंट, अजनबी नंबर से कॉल्स, बार-बार झूठ बोलना और आंख से आंख न मिला पाना। अगर ये संकेत दिखने लगें, तो चुप रहना ख़तरनाक हो सकता है।
रिश्तों में बदलाव हमेशा धोखा नहीं होता, लेकिन लगातार उपेक्षा, बुरा व्यवहार और दूरी बढ़ना ये संकेत हो सकते हैं कि अब कुछ सही नहीं चल रहा। अगर आपका पार्टनर आपको नीचा दिखाता है, आपकी भावनाओं को नजरअंदाज करता है या बिना बात के गुस्सा करता है — तो ये भावनात्मक हिंसा की शुरुआत हो सकती है। ऐसे में संवाद जरूरी है, लेकिन खुद को धोखे में रखना सबसे बड़ी भूल है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे संकेत मिलने पर जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए, पर अनदेखी भी नहीं। पहले स्थिति को समझें, तथ्यों की जांच करें, बातचीत की कोशिश करें और जब सच्चाई सामने आ जाए, तब आत्म-सम्मान के साथ निर्णय लें। रिश्तों में विश्वास ही सबसे मजबूत नींव होती है, और अगर वही टूट जाए — तो दर्द सिर्फ दिल को नहीं, जीवन को भी जख्मी कर जाता है।