मैं IAS में सिलेक्ट हो गया हूँ …कल नरसिंहपुर कलेक्टर पद
महाराष्ट्र गोंदिया का रहने वाले राहुल गिरी को IAS बनने का शौक था। पर पढ़ाई इतनी अच्छी नही थी कि वह UPSC परीक्षा पास करें। BSC तक की पढ़ाई करने के बाद उसमें जबलपुर में प्राइवेट लैब में टेक्निशियन की जॉब करने लगा। तिलवारा थाना के शास्त्री नगर में रहने वाले राहुल को ना जानें क्या सूझी कि उसने आईएएस- आईपीएस-नेता- फिल्म कलाकारों के साथ अपनी फोटो को एडिट करना शुरू कर दिया। राहुल के मोबाइल से सैकड़ों ऐसी फोटो पुलिस को मिली है जिसमें कि वह राजनेताओं के साथ, बड़े-बड़े अधिकारियों के साथ में है। पुलिस पूछताछ में उसने बताया की यूट्यूब से वीडियो देखकर और अलग-अलग एप्लीकेशन के जरिए उसने फोटो एडिट करना सीखा था।
पर मेरी जॉइनिंग है। आप सभी लोग आमंत्रित हैं, पर फिलहाल तो अभी यहां पर पार्टी का मजा लीजिए। पार्टी दे रहा था मूलतः महाराष्ट्र के गोंदिया का रहने वाला राहुल गिरी जबलपुर में अपने साथियों को। तिलवारा थाना के शास्त्री नगर में रहने वाला राहुल ने IAS बनने की पार्टी अपने दोस्तों को दी। पर उसे शायद यह नही पता था कि उसकी यह नकली IAS की पार्टी उसे जेल की चारदीवारी तक ले जाएगी। IAS की पार्टी की भनक पुलिस को लगी तो वह भी मौके पर पहुंच गई और फ़िर नकली आईएएस को हिरासत में लिया। तिलवारा थाना पुलिस ने राहुल गिरी नाम के नकली IAS के पास से उसका मोबाइल और एक कार भी जप्त की है, जिसके कि स्वास्थ्य अपर सचिव लिखा हुआ है।
BSC की पढ़ाई करने वाले राहुल ने अपने दिमाग को ठगी और रुतबा बनाने के लिए लगाना शुरू कर दिया। राहुल का उद्देश्य था कि वह कलेक्टर के नाम से लोगों के साथ ठगी करें। जबलपुर में उसने सरकारी नौकरी लगाने के लिए एक व्यक्ति से रुपए भी लिए थे। राहुल ने एप्लिकेशन से पहले फोटो एडिट करना सीखा, उसके बाद बड़े-बड़े लोगों की फोटो फेसबुक से उठाई और फ़िर अपनी फोटो एडिट कर उसे अपने दोस्तों को दिखाता और बताता कि मुझे ये सभी लोग जानते है। इनके साथ मेरा उठना-बैठना है। राहुल ने नरसिंहपुर कलेक्टर के आफिशियल फेसबुक पेज़ से फोटो निकाली, फ़िर उस फोटो को एडिट किया। फोटो में राहुल ने नरसिंहपुर कलेक्टर रिजू बाफ़ना से चार्ज लेते हुए अपने आपकों दर्शाया।
तिलवारा थाना प्रभारी सरिता बर्मन ने बताया कि राहुल गिरी ने एक लग्जरी कार भी किराए से ले रखी थी। राहुल जब कभी भी अपने मोहल्ले से जाता तो लग्जरी कार का ही उपयोग करता। राहुल ने अपनी कार में स्वास्थ्य अपर सचिव मध्यप्रदेश शासन एंव स्वास्थ्य संघ अध्यक्ष भी लिखवाया हुआ था। पुलिस ने कार को जप्त करते हुए अब मकान मालिक और आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ कर उसकी गतिविधियों की जानकारी जुटाने में लगी हुई है। पुलिस ने गोंदिया से राहुल के परिवार वालों को भी जबलपुर बुलाया है। तिलवारा पुलिस ने अब गोंदिया पुलिस से भी राहुल गिरी की जानकारी मांगी है।