दिल्ली की यमुना नदी, जो एक समय राजनीति और चुनावी चर्चाओं का केंद्र बनी थी, अब एक नई दिशा में बढ़ रही है। पीएम मोदी ने पिछले साल यमुना नदी को साफ करने का वादा किया था, और अब इस वादे को हकीकत में बदलते हुए देखा जा सकता है। पिछले दस वर्षों में यमुना की सफाई के लिए कई प्रयास हुए, लेकिन अब तक कोई ठोस बदलाव नहीं आया था। दिल्ली में बीजेपी सरकार बनने के बाद पीएम मोदी के नेतृत्व में यमुना नदी की सफाई की दिशा में युद्ध स्तर पर काम शुरू हो गया है। कचरा हटाने और गंदगी को साफ करने के लिए ट्रक स्कीमर, वीड हार्वेस्टर और ड्रेड यूटिलिटी क्राफ्ट जैसे आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है।
यदि दृढ़ निश्चय और इच्छाशक्ति हो, तो कोई भी काम असंभव नहीं है। टेम्स नदी, जो एक समय जैविक रूप से मृत हो चुकी थी, अब दुनिया की सबसे साफ नदियों में गिनी जाती है। दिल्ली की यमुना भी भविष्य में टेम्स जैसी साफ और जीवंत हो सकती है, अगर इस सफाई अभियान को सही तरीके से और निरंतर जारी रखा जाए। पीएम मोदी ने यमुना को लेकर जो संकल्प लिया है, उसकी तस्वीरें अब यमुना में साफ-सफाई के काम से नजर आने लगी हैं। पहले चरण में यमुना के किनारों से कचरा हटाया जाएगा, और अगले चरणों में नलों और एसटीपी की सफाई भी की जाएगी।
अगर यह सफाई अभियान जारी रहा तो यमुना नदी का चेहरा बदल सकता है। एक समय जिस नदी ने दिल्ली की सूरत को बदला था, वही नदी अब मोदी सरकार के प्रयासों से एक नई पहचान पाने जा रही है। ग्लॉटशायर (इंग्लैंड) में टेम्स नदी की सफाई एक मिसाल बन चुकी है, और अब दिल्ली की यमुना भी उसी राह पर चल सकती है। अगर यह बदलाव यथासम्भाव हो सका तो यमुना नदी आने वाले समय में न केवल दिल्ली, बल्कि पूरे देश की एक बड़ी जल धरोहर बन सकती है।