वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम में इस वर्ष महाकुंभ के दौरान ऐतिहासिक धार्मिक जनसैलाब देखने को मिला। महाकुंभ के प्रभाव से बाबा विश्वनाथ के दरबार में भक्ति की लहर उमड़ पड़ी, और बीते 45 दिनों में लगभग तीन करोड़ श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा के अनुसार, 12 जनवरी से अब तक वाराणसी में इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए, जिससे यह आयोजन अभूतपूर्व बन गया। आस्था और विश्वास का यह महासंगम न केवल काशी के धार्मिक महत्व को दर्शाता है, बल्कि प्रशासन की कुशल व्यवस्था का भी परिचायक बना।
सभी भक्तों को समान अवसर, प्रोटोकॉल दर्शन पूरी तरह बंद
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की विशाल संख्या को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण प्रबंध किए। दर्शन को सुगम बनाने के लिए प्रोटोकॉल दर्शन पूरी तरह से बंद कर दिया गया, ताकि सभी श्रद्धालुओं को समान रूप से बाबा के दर्शन का अवसर मिल सके। विशेष रूप से गर्भगृह में प्रवेश के लिए कतारबद्ध दर्शन की व्यवस्था की गई, जिससे किसी को भी असुविधा न हो। मंदिर के भीतर श्रद्धालुओं की आवाजाही को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए रिकॉर्डिंग सिस्टम का उपयोग किया गया, जिससे दर्शन की प्रक्रिया तेज और व्यवस्थित हो सके।
प्रशासन ने निभाई बड़ी जिम्मेदारी, सुरक्षा और व्यवस्था में कोई चूक नहीं
महाकुंभ के दौरान तीन करोड़ से अधिक भक्तों की आमदनी को सुचारू रूप से प्रबंधित करने के लिए प्रशासन ने चौबीसों घंटे कार्य किया। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि काशी की जनता और प्रशासनिक विभागों के समन्वय से यह भव्य आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हो सका। सुरक्षा के लिहाज से काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर और पूरे वाराणसी शहर में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी गई। इसके अलावा, यातायात प्रबंधन, सफाई व्यवस्था और मेडिकल सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विशेष निगरानी में सफल आयोजन
महाकुंभ के आयोजन को सफल बनाने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनके निर्देशों के अनुसार, सभी विभागों ने तालमेल बिठाकर कार्य किया और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान कीं। वाराणसी के स्थानीय नागरिकों का भी विशेष योगदान रहा, जिन्होंने श्रद्धालुओं के स्वागत और सेवा में कोई कमी नहीं रखी। इस आयोजन से काशी ने एक बार फिर अपनी अतुलनीय सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को वैश्विक मंच पर स्थापित किया।
महाकुंभ 2025 की तैयारी शुरू, अगले वर्ष और बढ़ सकती है भीड़
काशी विश्वनाथ धाम में इस वर्ष की ऐतिहासिक भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने महाकुंभ 2025 की तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं। मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि अगले वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या और अधिक बढ़ सकती है। इससे न केवल काशी की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि यह धार्मिक पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा। वाराणसी का यह महाकुंभ आने वाले वर्षों में एक नया कीर्तिमान स्थापित करने की ओर अग्रसर है।