हरियाणा के 9 नगर निगम और 40 निकायों में हुए चुनावों के नतीजे सामने आ रहे हैं। 2 और 9 मार्च को हुए मतदान के बाद अब तस्वीर धीरे-धीरे स्पष्ट हो रही है। शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कांग्रेस से काफी आगे नजर आई। सबसे बड़ी जीत अंबाला में देखने को मिली, जहां बीजेपी उम्मीदवार शैलजा सचदेवा ने 20,487 वोटों से जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार अमीषा चावला को भारी मतों से हराकर मेयर पद पर कब्जा किया। यह जीत बीजेपी के लिए 2019 के बाद किसी बड़े चुनाव में पहली महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है।
सिरसा निकाय चुनाव: बीजेपी और कांग्रेस में बराबरी की टक्कर
सिरसा नगर निकाय चुनाव में 14 वार्डों के नतीजे घोषित हो चुके हैं, जिसमें बीजेपी और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों ने 7-7 सीटें जीतीं। कांग्रेस के आरती (वार्ड 1), चंचल देवी (वार्ड 2), रमेश मेहता (वार्ड 3), गोपी राम (वार्ड 6), संगीता (वार्ड 8), अनीता रानी (वार्ड 9) और संजय कुमार (वार्ड 10) विजयी हुए। वहीं, बीजेपी की ओर से सनप्रीत (वार्ड 4), जसपाल सिंह (वार्ड 5), सुमन देवी (वार्ड 7), राजन शर्मा (वार्ड 11), दीपक बंसल (वार्ड 12), मनीष कुमार (वार्ड 13) और अंग्रेज बठला (वार्ड 14) ने जीत दर्ज की। यह चुनाव बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर का संकेत देता है।
यमुनानगर में भी बीजेपी का दबदबा
यमुनानगर निकाय चुनाव में छठे राउंड की मतगणना के बाद बीजेपी उम्मीदवार सुमन बहमनी 17,430 वोटों से आगे चल रही हैं। अब तक उन्हें 37,235 वोट मिल चुके हैं, जबकि कांग्रेस की किरना देवी को 19,805 वोट मिले हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि यमुनानगर में बीजेपी की स्थिति मजबूत बनी हुई है।
सोनीपत के खरखौदा नगर निगम चुनाव में कांटे की टक्कर
हरियाणा के सोनीपत जिले के खरखौदा नगर निगम उपचुनाव में 16 वार्डों के नतीजे घोषित हो चुके हैं। इस चुनाव में कई वार्डों में बेहद करीबी मुकाबला देखने को मिला।
वार्ड 1: हरिओम ने सोनू को 34 वोटों से हराया।
वार्ड 2: लक्ष्मी देवी ने सोनिया मलिक को 63 वोटों से हराया।
वार्ड 3: नवीन ने जितेंद्र को 255 वोटों से हराया।
वार्ड 4: जसवीर सिंह ने मोहन को 3 वोटों से हराया।
वार्ड 9: संजय पवार ने संदीप को सिर्फ 1 वोट से हराया।
कुछ वार्डों में नतीजे बेहद करीबी रहे, जिससे यह चुनाव रोमांचक बन गया। वार्ड 12 में पूनम को सर्वसम्मति से विजेता घोषित किया गया, जबकि वार्ड 15 में अनिल कुमार ने कुलवंत को 463 वोटों से हराया।
क्या कहती है ये जीत? बीजेपी के लिए राहत या कांग्रेस के लिए चुनौती?
हरियाणा नगर निकाय चुनाव के नतीजे यह संकेत देते हैं कि बीजेपी की पकड़ अभी भी मजबूत बनी हुई है, लेकिन कई जगहों पर कांग्रेस ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। अंबाला में बीजेपी की जीत को जहां कार्यकर्ताओं ने जश्न के रूप में मनाया, वहीं सिरसा और खरखौदा में कांग्रेस ने अपनी पकड़ बनाए रखी।
इन नतीजों से साफ है कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी को कुछ अहम जीतें मिली हैं, लेकिन कांग्रेस भी पूरी तरह बाहर नहीं हुई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि यह नतीजे राज्य और राष्ट्रीय स्तर की राजनीति पर क्या असर डालते हैं।