एक ऐसी धातु जिसने सदियों से समृद्धि की पहचान बनाई… आज वही सोना लोगों के दिलों में चिंता की लकीरें खींच रहा है। जी हां, सोना अब सिर्फ जेवरों तक सीमित नहीं रहा—बल्कि एक बड़ी आर्थिक हलचल का प्रतीक बन गया है। पहली बार भारत में सोने की कीमत ₹94,000 के पार पहुंच गई है। क्या यह चमकती धातु आम जनता की पहुंच से बाहर हो रही है? या फिर ये किसी बड़ी आर्थिक उथल-पुथल का संकेत है? इन सवालों का जवाब आपको इस रिपोर्ट में मिलेगा—जहां आंकड़ों, विश्लेषणों और जमीनी हकीकत के साथ पेश है सोने के दामों की कहानी—जैसी आपने पहले कभी न सुनी होगी।
16 अप्रैल 2025 को सोने ने नया इतिहास रच दिया—IBJA (इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन) के मुताबिक़ 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव ₹1,387 की बढ़त के साथ ₹94,489 तक जा पहुंचा। बीते कुछ महीनों में यह वृद्धि चौकाने वाली रही है—1 जनवरी 2025 को यही सोना ₹76,162 था, यानी अब तक ₹18,327 की भारी उछाल! वहीं, चांदी भी पीछे नहीं रही—आज ₹373 की बढ़त के साथ इसका भाव ₹95,403 प्रति किलो हो गया। देशभर के ज्वैलर्स का कहना है कि लोग अब सोने को जेवर की बजाय ‘सुरक्षित निवेश’ के तौर पर देख रहे हैं—खासतौर पर इस अनिश्चित वैश्विक माहौल में।
इस रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोतरी के पीछे कई वैश्विक कारण छिपे हैं। पहला बड़ा कारण है अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता ट्रेड वॉर। टैरिफ पॉलिसी की सख्ती से वैश्विक मंदी की आशंका और निवेशकों की असुरक्षा बढ़ गई है। मंदी के दौर में सोना सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है, जिससे इसकी मांग आसमान छू रही है। दूसरा कारण है डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी—इस साल रुपया लगभग 4% कमजोर हुआ है, जिससे इंपोर्ट कॉस्ट बढ़ गया। तीसरा बड़ा कारण है शादियों का मौसम, जहां ऊंची कीमतों के बावजूद गहनों की मांग तेज़ है। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई जैसे महानगरों के ज्वैलर्स के अनुसार लोग अब भी सोने को समृद्धि और भविष्य की सुरक्षा के तौर पर खरीद रहे हैं।
देश के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों ने नई ऊंचाइयों को छू लिया है। दिल्ली में 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹96,320 पर पहुंच गया है, वहीं मुंबई में ₹95,180 और कोलकाता-चेन्नई में ₹96,170 तक बिक रहा है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी सोना ₹96,220 पर है। साल 2024 में जहां सोना ₹12,810 महंगा हुआ था, वहीं सिर्फ 2025 की शुरुआत से अब तक इसमें ₹18,327 की उछाल दर्ज की गई है। चांदी की बात करें तो यह भी ₹9,386 की बढ़त के साथ ₹95,403 प्रति किलो पहुंच गई है। क्या हम आने वाले महीनों में और भी तेज़ उछाल देखेंगे?
गोल्डमैन सैक्स और अन्य अंतरराष्ट्रीय निवेश संस्थानों का मानना है कि साल के अंत तक सोना ₹1.10 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। इंटरनेशनल रेट्स के अनुसार सोना $3,700 प्रति औंस तक जा सकता है। ऐसे में आम उपभोक्ताओं के लिए जरूरी है कि वे केवल BIS हॉलमार्क वाला ही गोल्ड खरीदें। हर सोने पर 6 अंकों का HUID (हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर) होना अनिवार्य है, जो उसकी शुद्धता की गारंटी देता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जल्दबाज़ी में निवेश करने से बचें और भविष्य की रणनीति को सोच-समझकर अपनाएं।





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