गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट टीम के इतिहास में सबसे युवा मुख्य कोच बन गए हैं। वे राहुल द्रविड़ की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल हाल ही में संपन्न टी20 विश्व कप के साथ समाप्त हो गया। द्रविड़ ने अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने के लिए इस पद से हटने का निर्णय लिया। वीवीएस लक्ष्मण को पहले प्राथमिकता दी गई थी, लेकिन उन्होंने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में ही रहने का विकल्प चुना। गंभीर की सफलता का सफर आईपीएल से लेकर राजनीति तक फैला हुआ है, और अब वे भारतीय क्रिकेट टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की तैयारी में हैं।
नमस्कार! आप देख रहे हैं “The Khabardar News”आज हम बात करने जा रहे हैं भारतीय क्रिकेट टीम के नए मुख्य कोच गौतम गंभीर की। वे अब तक के सबसे युवा कोच बने हैं और उनसे बहुत उम्मीदें जुड़ी हैं। राहुल द्रविड़ के जाने के बाद बीसीसीआई को एक ऐसे शख्स की तलाश थी जो भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दे सके। गंभीर के अनुभव, उनकी क्रिकेटिंग समझ और बेबाक अंदाज ने उन्हें इस पद तक पहुँचाया। आइए, जानते हैं उनकी यात्रा और आगे की संभावनाओं के बारे में।
गौतम गंभीर ने क्रिकेट में अपनी शानदार पारी के बाद राजनीति में भी कदम रखा, लेकिन क्रिकेट उनका पहला प्यार रहा। 2018 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जॉइन की और 2019 के आम चुनावों में पूर्वी दिल्ली से सांसद चुने गए। हालांकि, मार्च 2024 में उन्होंने भाजपा नेतृत्व को सूचित किया कि वे राजनीति छोड़कर पूरी तरह क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
गंभीर के नाम दो आईपीएल खिताब हैं, जो उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान के रूप में 2012 और 2014 में जीते थे। हाल ही में, उन्होंने केकेआर में मेंटर के रूप में वापसी की और टीम को शानदार प्रदर्शन दिलाया। इसी सफलता ने उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच की रेस में सबसे आगे ला दिया।
बीसीसीआई ने जब नए कोच के लिए आवेदन आमंत्रित किए, तो कुछ विदेशी कोचों के नाम भी चर्चा में आए, लेकिन भारतीय क्रिकेट में अब स्थानीय कोच को प्राथमिकता दी जा रही है। डब्ल्यू. रमन जैसे अनुभवी नामों ने रुचि दिखाई थी, लेकिन अंततः गंभीर को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। उनके कोच बनने के पीछे आईपीएल में उनकी रणनीति और खिलाड़ियों को निखारने की क्षमता को प्रमुख कारण माना जा रहा है।
भारत के मुख्य कोच का पद सिर्फ एक नाम भर नहीं, बल्कि यह क्रिकेट के सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण कार्यों में से एक है। गंभीर को भारतीय ड्रेसिंग रूम के सुपरस्टार्स को मैनेज करना होगा, टीम में युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ाना होगा, और भारत की क्रिकेट रणनीति को और मजबूती प्रदान करनी होगी।
आने वाले तीन वर्षों में भारत के सामने बड़े टूर्नामेंट्स की भरमार है। 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी, 2026 में टी20 विश्व कप और 2027 में वनडे विश्व कप भारतीय क्रिकेट के लिए अहम पड़ाव होंगे। इसके अलावा, द्विपक्षीय सीरीज और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप भी भारतीय टीम के एजेंडे में शामिल हैं।
गंभीर का दृष्टिकोण हमेशा से स्पष्ट रहा है – क्रिकेट को ग्लैमर और ब्रांडिंग से ज्यादा गंभीर खेल के रूप में देखना। वे हमेशा से स्टारडम से ज्यादा टीम पर ध्यान देने की वकालत करते रहे हैं। ऐसे में, यह देखना दिलचस्प होगा कि वे भारतीय टीम को किस तरह नई ऊंचाइयों पर ले जाते हैं।