इंदौर: इंदौर के प्रख्यात वरिष्ठ अभिभाषक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आनंद मोहन माथुर की अंत्येष्टि रविवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ रामबाग मुक्तिधाम पर संपन्न हुई। माथुर के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर सम्मानपूर्वक मुक्तिधाम तक लाया गया, जहां उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए शहर के प्रतिष्ठित वकील, सामाजिक कार्यकर्ता और गणमान्य नागरिकों की भारी भीड़ उमड़ी। उनकी अंतिम यात्रा रतलाम कोठी से सुबह 11 बजे निकली, जो एक घंटे बाद रामबाग मुक्तिधाम पहुंची। इस दौरान फूलों से सजे वाहन में उनकी अर्थी को बड़े सम्मान के साथ रखा गया, और परिजनों ने उन्हें अश्रुपूर्ण विदाई दी।
मुक्तिधाम पर आयोजित शोक सभा में शहर के कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने माथुर के योगदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव, हाईकोर्ट के पूर्व जज पियूष माथुर, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रितेश इनानी, मेडिकल कॉलेज के डीन अरविंद घनघोरिया, वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग और प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी समेत अनेक सामाजिक और कानूनी क्षेत्र की हस्तियां उपस्थित रहीं। पुलिस जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया और शोक सलामी के साथ राष्ट्र के इस सपूत को अंतिम श्रद्धांजलि दी।
आनंद मोहन माथुर के अंतिम संस्कार के दौरान उनके नाती राहुल माथुर ने मुखाग्नि दी। उनकी स्मृति में एक विशेष श्रद्धांजलि सभा सोमवार को विजय नगर स्थित ‘आनंद मोहन माथुर सभागृह’ में आयोजित की जाएगी। स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका और समाज के लिए दिए गए योगदान को लेकर वक्ता अपने विचार साझा करेंगे। माथुर का संघर्ष और न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।