भागलपुर शहर में बढ़ती चोरी की घटनाओं से आम लोग ही नहीं, पुलिस भी अछूती नहीं रही। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला औद्योगिक प्रक्षेत्र (जीरोमाइल) थाना क्षेत्र में सामने आया है, जहां गश्ती पर निकले एक सब-इंस्पेक्टर के घर में घुसकर चोरों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया। पुलिस में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, 2018 बैच के एसआई कन्हैया कुमार की सर्विस पिस्टल, 35 राउंड गोलियां, सरकारी व निजी लैपटॉप, गहने और शैक्षणिक दस्तावेज चोरी हो गए। चोरी की इस वारदात के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। हालांकि, इस मामले पर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने अब तक चुप्पी साध रखी है।
गश्ती के दौरान हुई लापरवाही, सर्विस पिस्टल रह गई घर में
एसआई कन्हैया कुमार ने अपनी प्राथमिकी में बताया कि 2 मार्च 2025 को रात 10:30 बजे वह गश्ती ड्यूटी पर थे। इसी दौरान करीब 11:30 बजे उन्हें अचानक शौच की जरूरत महसूस हुई। वह अपनी गश्ती टीम और वाहन के साथ अपने किराए के मकान, कृष्णा बिहारी गली नंबर-1, रानी तालाब पहुंचे। घर में जाते ही उन्होंने अपनी वर्दी उतारकर सर्विस पिस्टल और गोलियों को गोदरेज में बंद कर लॉक कर दिया। इसी बीच थाना के एसआई जितेंद्र कुमार का फोन आया, जिसमें हाल ही में लूटी गई बाइक की बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में शामिल होने का निर्देश मिला। हड़बड़ी में वह वर्दी पहनकर निकल गए और अपनी सर्विस पिस्टल को लेना भूल गए।
लगातार ऑपरेशन में व्यस्त, वापस लौटे तो टूटा था ताला
एसआई कन्हैया कुमार रातभर पुलिस ऑपरेशन में व्यस्त रहे। पहले उन्होंने इशाकचक थाना के सहयोग से लूटकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी और लूटी गई बाइक की बरामदगी की। इसके बाद बरारी थाना प्रभारी का कॉल आया, जहां शराब माफियाओं के खिलाफ चल रहे अभियान में शामिल होने का आदेश मिला। लगातार गश्त और छापेमारी के बाद जब वह अपने मोहल्ले से होकर निकले तो उनके घर का दरवाजा खुला पाया। संदेह होने पर जब वे अंदर गए तो कमरे का दरवाजा टूटा हुआ मिला और गोदरेज का ताला भी टूटा हुआ था।
सर्विस पिस्टल, गोलियां, गहने और नकदी पर हाथ साफ
चोरी की इस वारदात में अपराधियों ने ना सिर्फ एसआई की सरकारी पिस्टल और गोलियां चुरा लीं, बल्कि अन्य कीमती सामान भी अपने साथ ले गए। उनके अनुसार, गोदरेज में रखा हुआ सरकारी और निजी लैपटॉप, सोने की चेन, लॉकेट, अंगूठी (कुल 3.5 तोला सोना), चांदी की कटोरी-चम्मच (कुल 15 तोला), 5000 रुपये नकद और उनकी पत्नी के शैक्षणिक प्रमाणपत्र भी चोरी हो गए। इस घटना के बाद पुलिस महकमे में चिंता की लहर दौड़ गई है।
जांच में जुटी पुलिस, लेकिन अधिकारी अब भी मौन
एसआई कन्हैया कुमार के लिखित आवेदन पर औद्योगिक प्रक्षेत्र थाना में मामला दर्ज किया गया और अनुसंधान की जिम्मेदारी एसआई रामचंद्र सिंह को सौंपी गई। पुलिस इस मामले की जांच विभिन्न एंगल से कर रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। चोरी की इस बड़ी वारदात के बाद भी थानाध्यक्ष से लेकर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तक इस पर कोई बयान देने से बच रहे हैं। यह घटना पुलिस की कार्यप्रणाली और शहर में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।