मंगलवार, 7 जनवरी की सुबह, देश के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली-एनसीआर और नेपाल में धरती हिलने से लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। भूकंप का केंद्र नेपाल-चीन सीमा के पास तिब्बत के डिंगे कांती में स्थित था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.1 मापी गई। सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार समेत कई जगहों पर लगभग 15 सेकंड तक झटके महसूस किए गए। अभी तक किसी बड़े नुकसान या जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन प्रशासन ने सतर्कता बरतने की अपील की है।
देश के कई हिस्सों में मंगलवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिसने कई राज्यों में दहशत फैला दी। इन झटकों का केंद्र नेपाल-चीन सीमा के पास तिब्बत में था, जिसकी तीव्रता 7.1 थी। आइए जानते हैं इस घटना की पूरी जानकारी…
मंगलवार की सुबह जैसे ही लोग अपनी दिनचर्या में व्यस्त होने की तैयारी कर रहे थे, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में अचानक भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह 6:37 बजे सिलीगुड़ी में आए झटके 15 सेकंड तक रहे। इसके बाद जलपाईगुड़ी और कूच बिहार में भी धरती हिल उठी। बिहार के समस्तीपुर और मोतिहारी में रिक्टर स्केल पर 5.1 तीव्रता का भूकंप सुबह 6:40 बजे महसूस किया गया।
नेपाल से आई रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप का केंद्र नेपाल-चीन सीमा के तिब्बती क्षेत्र डिंगे कांती में था। नेपाल सरकार के भूवैज्ञानिक विभाग ने पुष्टि की है कि इस इलाके में भूकंप की तीव्रता 7.1 थी। भूकंप के तेज झटके नेपाल के पूर्व और मध्य क्षेत्रों तक महसूस किए गए। काठमांडू में लोग शोर मचाते हुए अपने घरों से बाहर निकल आए। वहाँ लंबे समय बाद इतनी तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। हालांकि अभी तक किसी बड़े नुकसान की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है।