Delhi Swearing in Ceremony: दिल्ली की बीजेपी सरकार में आज रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री के साथ छह नेता दिल्ली कैबिनेट के मंत्री पद की शपथ लेंगे। ताजा जानकारी के अनुसार, प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंद्र इंद्राज, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह मंत्री पद की शपथ लेंगे।
बता दें कि प्रवेश वर्मा, विजेंद्र गुप्ता, आशीष सूद, मनजिंदर सिरसा जैसे बड़े नेता मुख्यमंत्री पद से वंचित रह गए। इनकी जगह रेखा गुप्ता को प्राथमिकता दी गई है। चर्चा है कि प्रवेश वर्मा को दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की कुर्सी दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक्स पर पोस्ट कर वर्मा को उपमुख्यमंत्री चुने जाने की बधाई भी दे दी थी, बाद में उन्होंने इस पोस्ट को हटा लिया। इससे इनके नाम की चर्चा तेज हो गई है।
विजेंद्र गुप्ता को मिलेगी अहम जिम्मेदारी?
कुछ नेताओं का कहना है कि अभी उपमुख्यमंत्री पद को लेकर निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन इतना तय माना जा रहा है कि वह मंत्री बनेंगे। वहीं, तीसरी बार विधानसभा पहुंचे पूर्व नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
नई दिल्ली से विधायक प्रवेश वर्मा, जनकपुरी के विधायक आशीष सूद, राजौरी गार्डन के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा, बवाना के विधायक रविंद्र इंद्राज, करावल नगर के विधायक कपिल मिश्रा और विकासपुरी के विधायक डॉ. पंकज कुमार सिंह मंत्री पद की शपथ लेंगे।
नई सरकार में ये विधायक लेंगे मंत्री पद की शपथ
1.पंकज कुमार सिंह
2.प्रवेश वर्मा
3.आशीष सूद
4.मनजिंदर सिंह सिरसा
5.रविंद्र इंद्राज सिंह
6.कपिल मिश्रा
क्यों पिछड़े प्रवेश व विजेंद्र गुप्ता?
अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा और पूर्व नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता को मुख्यमंत्री पद का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था।
बताते हैं परिवारवाद का आरोप न लगे इस कारण वर्मा को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया। विजेंद्र गुप्ता की जगह रेखा गुप्ता को प्राथमिकता दी गई। क्योंकि, इन्हें मुख्यमंत्री बनाने से वैश्य के साथ महिलाओं को भी साधने में मदद मिलेगी।
एनडीएमसी उपाध्यक्ष ने रेखा गुप्ता को दी बधाई
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने भाजपा विधायक दल की नेता चुने जाने पर रेखा गुप्ता को हार्दिक बधाई दी। उनहोंने कहा कि अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष ध्यान दिया है। उनकी नेतृत्व क्षमता और जमीनी स्तर पर काम करने की प्रतिबद्धता ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाया।
चहल ने कहा कि भाजपा 27 वर्षों बाद दिल्ली की सत्ता में वापस आई है, और अब हम एकजुट होकर दिल्ली के समग्र विकास के लिए कार्य करेंगे। हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ”विकसित भारत 2047” के संकल्प को साकार करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।