दतिया कलेक्टर श्री संजय कुमार ने समय-सीमा के पत्रों की विभागवार समीक्षा करते हुए सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके विभागीय निर्माण एवं विकास कार्यो का भूमिपूजन, लोकार्पण स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कराया जाए। इस संबंध में उनसे सम्पर्क कर चर्चा भी करें। जिसकी विधिवत पूर्व सूचना जिला कलेक्टर कार्यालय को भी देना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर श्री कुमार ने उक्ताश्य के निर्देश मंगलवार को समय-सीमा के पत्रों की न्यू कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जिला अधिकारियों को दिए। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री कमलेश भार्गव, अपर कलेक्टर श्री रूपेश उपाध्याय सहित विभागीय अधिकारी आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री संजय कुमार ने विभागवार पत्रों की समीक्षा करते हुए कहा कि यह बात सामने आई है कि कुछ कार्यालय प्रमुखों द्वारा उन्हें बिना सूचना दिए अपने स्तर पर उनके विभाग के विकास एवं निर्माण कार्यो का भूमि-पूजन, शिलान्यास अथवा लोकार्पण के कार्यक्रम आयोजित किये गए है जो उचित नहीं है। इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजन करने के पूर्व उन्हें अवगत कराये। उन्होंने निर्देश दिए कि भूमिपूजन, शिलान्यास एवं लोकार्पण के कार्यक्रम हेतु स्थानीय जनप्रतिनिधियों से विधिवत सम्पर्क कर उनसे आग्रह किया जाये। इसी प्रकार कार्यो के लोकार्पण एवं भूमिपूजन हेतु जिले के प्रभारी मंत्री को अवगत करते हुए उनसे भी आग्रह करें।
कार्य न करने वाले शासकीय सेवकों के विरूद्ध की गई कार्यवाही सेवा अभिलेख में इंद्राज करें
कलेक्टर श्री कुमार ने शासकीय कार्यालयों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों में अनुशासन का वातावरण बनाये रखने एवं कार्य संस्कृति विकसित करने के उद्देश्य से कार्य न करने वाले अधिकारी एवं कर्मचारियों के विरूद्ध विधिवत रूप से कार्यवाही सुनिश्चित करें और की गई कार्यवाही का इंद्राज संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी के सेवा अभिलेख में लाल स्याही से आवश्यक रूप से करें। ऐसे अधिकारी एवं कर्मचारी जिनके द्वारा बेहतर कार्य किया गया है उसका भी उल्लेख सेवा अभिलेख में हरी स्याही से आवश्यक रूप से अंकित किये जाये।
उन्होंने सभी कार्यालय प्रमुखें को निर्देश दिए कि उनके द्वारा संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी के विरूद्ध उसके सेवा अभिलेख में की गई कार्यवाही की प्रति भी जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय को भी आवश्यक रूप से उपलब्ध कराई जाये। कलेक्टर ने जिला पंचातय के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अपर संचालक स्कूल शिक्षा को भी निर्देश दिए कि शिक्षकों का अटैचमेंट न किया जाये। शिक्षक अपनी शिक्षण संस्थाओं में अध्यापन कार्य करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अधिकारी एवं कर्मचारियों की विभागीय जांच लम्बी न करें। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी कार्यालय प्रमुख यह भी सुनिश्चित करें उनके अधीनस्थ ऐसे अधिकारी एवं कर्मचारी जो अपने कार्य के प्रति सजग एवं रूचि नहीं ले रहे है एवं लापरवाही वरत रहे है ऐसे कर्मचारियांे का सेवा अभिलेख का भी परीक्षण करें। परीक्षण के दौरान 20 वर्ष की सेवा अथवा 50 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर अनिवार्य सेवा निवृत्ति के प्रस्ताव भेजे जाए।
कलेक्टर श्री कुमार ने मनरेगा के कार्यो की समीक्षा करते हुए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देश दिए कि मनरेगा के कार्यो की स्वीकृति हेतु प्रस्ताव उन्हें प्रस्तुत किये जायें कार्यो में नियमानुसार लेवर एवं मटेरियल का अनुपात भी रहे। उन्होंने सीएम हैल्प लाईन की समीक्षा करते हुए जिले के तहसीलदार एवं नायब तहसीलदर को निर्देश दिए कि जिनके निराकरण का स्तर काफी कमजोर है उनके द्वारा सुधार न होने पर वेतन वृद्धि रोकने की कार्यवाही की जायेगी।
गणतंत्र दिवस तैयारियों की समीक्षा की
कलेक्टर ने गणतंत्र दिवस की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के संबंध में विभागवार समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि उन्हें जो जबावदेही सुनिश्चित की गई है उसके अनुरूप अभी से तैयारियां शुरू कर दें। उन्होंने झांकियों की तैयारियां, सांस्कृति कार्यक्रमों के आयोजन और सूर्य नमस्कार की भी समीक्षा की। उन्होंने पंचायत एवं ग्रामीण विकास के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्राम पंचायतों का रिकार्ड विधिवत रूप से संधारित हो। जिसकी जांच जिला मुख्यालय से अधिकारियों द्वारा कराई जायेगी। जिसमें सभी अभिलेखों की जांच कराई जायेगी। उन्होंने जिले के सभी अनुविभागीय दण्ड़ाधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके कार्य क्षेत्र में आने वाले सभी पुलिस थानों का भी पूर्व सूचना देकर निरीक्षण करें.
पोस्ट :अनुपम अनूप ,साभार: pro दतिया.