बेंगलुरु में हाल ही में हुई महिला से छेड़छाड़ की घटना के बाद, कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर की टिप्पणी ने देशभर में विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि “बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं”, जिससे उनकी सोच पर सवाल उठने लगे हैं। इस बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा से मांग की है कि वे परमेश्वर से इस्तीफा लें। भाजपा का कहना है कि इस प्रकार की टिप्पणी न केवल असंवेदनशील है, बल्कि यह महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा का अपमान भी है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने परमेश्वर पर पहले भी इसी प्रकार की सोच रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2017 में भी जब कर्नाटक की राजधानी में महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न की घटनाएं सामने आई थीं, तब परमेश्वर ने उन्हें सामान्य बताते हुए गंभीरता से नहीं लिया था। पूनावाला का कहना है कि ऐसे बयान “स्त्री विरोधी, पितृसत्तात्मक और घृणित मानसिकता” को दर्शाते हैं, जो समाज में महिलाओं की स्थिति को कमजोर करते हैं।
परमेश्वर की यह टिप्पणी उस वक्त सामने आई जब बेंगलुरु के सुड्डागुंतेपल्या क्षेत्र में एक सुनसान जगह पर एक महिला के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई। उन्होंने पुलिस की सतर्कता की तारीफ करते हुए यह भी कहा कि “बारिश हो या सर्दी, पुलिस हमेशा चौकस रहती है, इसीलिए शहर में शांति है।” लेकिन उनके बयान का यह हिस्सा — कि “ऐसी घटनाएं बड़े शहरों में होती रहती हैं” — विवाद का केंद्र बन गया है। इसे सामान्य बताने से लोगों में गुस्सा और निराशा फैल गई है।
भाजपा ने आरोप लगाया है कि शहर की पुलिस ऐसे अपराधों को रोकने में असफल रही है और सरकार अपराधियों के प्रति नरम रवैया अपना रही है। पूनावाला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के शासन में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 50 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर मंत्री जी को द्रौपदी के चीरहरण जैसी घटना भी सामान्य लगती है, तो यह उनके चरित्र और सोच का संकेत है। भाजपा ने यह भी सवाल उठाया कि क्या प्रियंका गांधी का “लड़की हूं, लड़ सकती हूं” अभियान महज एक नारा था, या उसमें कोई वास्तविकता भी थी?
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस पर और भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पार्टी में महिलाओं के खिलाफ अमर्यादित बर्ताव की घटनाएं लगातार सामने आती रही हैं और जब किसी महिला पदाधिकारी ने इसके खिलाफ आवाज उठाई, तो उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया। पूनावाला ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए “राष्ट्रपत्नी” शब्द के इस्तेमाल का भी जिक्र किया, जो पहले ही आलोचना का कारण बन चुका है। भाजपा ने कहा कि यह सब कांग्रेस की महिलाओं के प्रति मानसिकता को उजागर करता है और यही कारण है कि पार्टी को देश की महिलाओं के हित में आत्ममंथन करना चाहिए।






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