विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर एक ऐतिहासिक पहल की गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ‘अनमोल 2.0’ पोर्टल का शुभारंभ करते हुए प्रदेश को स्वास्थ्य क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में सरकार के संकल्प को दोहराया। होटल कोर्टयार्ड मैरियट में आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि केवल सरकार नहीं, बल्कि समाज की भागीदारी भी ज़रूरी है, तभी स्वास्थ्य सेवाओं में वास्तविक बदलाव संभव है। इस मौके पर ‘मातृ-शिशु संजीवन मिशन’ की रणनीति दस्तावेज़ का भी विमोचन हुआ, जो माताओं और नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि प्रदेश में मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में कमी आई है, जो सरकार की योजनाओं और ज़मीनी काम का परिणाम है। उन्होंने गर्भवती महिलाओं से नियमित जांच कराने की अपील की और कहा कि पंजीकरण दर में सुधार हुआ है। वहीं, मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर को डिजिटल और स्मार्ट बनाकर पारदर्शिता व त्वरित सेवाएं सुनिश्चित की जाएंगी। अनमोल 2.0 पोर्टल इसी दिशा में एक डिजिटल क्रांति है, जो प्रदेश के स्वास्थ्य प्रबंधन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
सीएम डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना काल के दौरान हुए शानदार टीकाकरण अभियान को याद करते हुए कहा कि भारत ने उस चुनौतीपूर्ण दौर में दुनिया को रास्ता दिखाया। उन्होंने कहा कि अब मध्यप्रदेश सरकार मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाकर और पीपीपी मॉडल के ज़रिए अस्पतालों के संचालन को दुरुस्त कर प्रदेश को चिकित्सा शिक्षा और इलाज का हब बनाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को बधाई देते हुए कहा कि टेक्नोलॉजी आधारित यह पहल प्रदेश की स्वास्थ्य नीति को मजबूत करेगी और आम नागरिक को अधिक सुलभ और त्वरित सेवा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में निजी अस्पतालों को प्रमोट किया जाएगा, और नए अस्पतालों को 40% तक सब्सिडी दी जाएगी। गंभीर मरीजों के लिए एयर एंबुलेंस और हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू की जाएंगी, जो आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के लिए बिल्कुल मुफ्त होंगी।