कूनो नेशनल पार्क से लंबे समय बाद बड़ी खुशखबरी सामने आई है. यहां अफ्रीकी देश नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने तीन शावकों को जन्म दिया है. फिलहाल इन शावकों को बड़े बाड़े में रखा गया है जहां डॉक्टर उनकी निगरानी कर रहे हैं. केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसकी जानकारी दी.
केंद्रीय वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को कूनो नेशनल पार्क की जानकारी शेयर की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, जंगल में शावकों की आवाज गूंजी. यह जानकारी साझा कर खुशी हो रही है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान तीन नए सदस्यों का स्वागत कर रहा है. शावकों को नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने जन्म दिया है. यादव ने आगे लिखा है- परियोजना से जुड़े सभी विशेषज्ञों, कूनों राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों और पूरे देश के वन्यजीव प्रेमियों को मेरी ओर से शुभकामनाएं.
बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में वर्तमान में अब 13 वयस्क और 7 शावक चीता मौजूद हैं. इनमें 6 नर चीते गौरव, वायु, अग्नि, पवन, प्रभाष और पावक शामिल हैं, वहीं 7 मादा चीतों में आशा, गामिनी, नाभा, धीरा, ज्वाला, निरवा और वीरा शामिल हैं. अब कूनो में टोटल चीतों की संख्या 20 हो चुकी है. इससे पहले इसी साल मार्च में मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था, लेकिन एक ही शावक जिंदा बच पाया है. ज्वाला को पहले शियाया के नाम से जाना जाता था बाद में ज्वाला रखा गया था. ज्वाला को भी नामीबिया से लाकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाया गया था. तब कूनो प्रबंधन ने शावकों की मौत की वजह भीषण गर्मी को बताया था. जिस समय उन शावकों की मौत हुई उस समय तापमान 47 डिग्री के आसपास था. अब जिस मादा चीता आशा ने शावकों को जन्म दिया है उसे इसी साल 17 सितंबर को भारत लाया गया था. तब उसके साथ 7 और चीते आए थे फिलहाल तीन नन्हें शावकों के आने से कूनो नेशनल पार्क में खुशी का माहौल है.