अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध, नहीं कर रहे शिकायत के बाद भी कार्रवाई
भोपाल। राजधानी भोपाल में अधिकारियों और गहनिर्माण सोसायटी की मिली भगत का बड़ा घोटाले सामने आया है। रोहित गह निर्माण सोसायटी के 330 सदस्य पिछले 25 साल से प्लाट के लिए भटक रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कई बार अधिकारियों को भी पूरे दस्तावेजों के साथ शिकायत कर चुके हैं। पीड़ित लोगों की मांग है कि सरकार हमारी मांगों पर तत्काल ध्यान दे।
1998 में बने थे सोसायटी के सदस्य
समिति के सदस्य भूपेंद्र सिंह समेत अन्य लोगों ने कलेक्टर को भेजी शिकायत में बताया कि हमने 1998 में हमने रोहित गहनिर्माण सोसायटी की सदस्यता ली थी। मेरे साथ 330 सदस्य और भी थे, जिन्होंने सोसायटी में प्लाट के लिए पैसा जमा किया था। पिछले 25 साल पहले सरकार ने जमीन उपलब्ध कराई थी। जिसमें से कुछ को तो पैसा जमा करने पर प्लाट आवंटित कर दिए गए थे, लेकिन करीब 330 सदस्यों को अभी तक प्लॉट नहीं मिल सके। जबकि सभी सदस्यों ने उसी समय पैसा जमा किया था।
हमें प्लाट मिले या पैसा वापस हो
इस प्लाट आवंटन घोटाले में अधिकारियों की भी मिलीभगत भी संदिग्ध नजर आ रही है, तभी उनकी शिकायतों पर कोई गौर नहीं हो रहा है। हमारी प्रमुख मांग है कि सरकार हमें सोसायटी बनाने का अधिकार दे, ताकि प्लाट से वंचित रह चुके सदस्यों को प्लाट मिले या उनका पैसा वापस हो सके। इसके लिए सोसायटी के पास जो जमीन खाली है या फिर जो दुकानें बनी हैं, उनको रीसेल में बेंचा जा सके। इससे जो पैसा मिलेगा, वह सदस्यों को वापस किया जाए।