भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे बैरसिया में गुरुवार आधी रात को पार्वती नदी पर बना 49 साल पुराना पुल धंस गया। इस घटना के बाद बैरसिया और राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ के बीच यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है। प्रशासन ने पुल पर वाहनों की आवाजाही तत्काल प्रभाव से रोक दी है।
हादसे के बाद जांच और निरीक्षण शुरू:
घटना की सूचना मिलते ही पीडब्ल्यूडी और बैरसिया एसडीएम के अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह पुल काफी समय से जर्जर स्थिति में था, और इसकी मरम्मत नहीं की गई थी। पुल के गिरने के बाद इसे पूरी तरह बंद कर दिया गया है।एसडीएम ने एमपीआरडीसी (मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम) के संभागीय प्रबंधक को एक पत्र लिखकर पुल के शीघ्र मरम्मत के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय लोगों की बढ़ी परेशानी:
पुल बंद होने के बाद वैकल्पिक मार्ग सुझाया गया है, लेकिन यह मार्ग करीब 40 किलोमीटर लंबा है, जिससे स्थानीय लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस पुल पर रोजाना सैकड़ों वाहन चलते थे, और यह बैरसिया-नरसिंहगढ़ मार्ग का मुख्य संपर्क मार्ग था।
पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा:
पुल के दोनों ओर नो एंट्री प्वाइंट बना दिया गया है, और नजीराबाद थाने का पुलिस बल रुनहा जोड़ पर तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी वाहन को पुल पर जाने से रोका जा सके।
जर्जर पुल और प्रशासन की लापरवाही:
पुल के धंसने की घटना ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। 2019 में इस पुल को मरम्मत की जरूरत के तहत चिह्नित किया गया था, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से जर्जर पुलों की ओर ध्यान देने की अपील की है।
क्या कहा अधिकारियों ने?
अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत का काम शुरू होने तक पुल पर आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा। घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
क्या ऐसी घटनाएं रोकी जा सकती हैं?
यह सवाल उठता है कि अगर समय रहते पुल की मरम्मत की गई होती तो क्या यह दुर्घटना टल सकती थी? जर्जर पुलों को लेकर प्रशासन को और सतर्कता बरतने की जरूरत है। आपकी क्या राय है? हमें कमेंट में जरूर बताएं।






Total Users : 13156
Total views : 32004