उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महाकुंभ मेले से पहले ‘मां की रसोई’ का उद्घाटन किया। इस पहल के तहत स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में गरीबों और जरूरतमंदों के लिए 9 रुपये में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इस सामुदायिक रसोई का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सस्ता और पोष्टिक भोजन प्रदान करना है।
आज हम बात करेंगे उत्तर प्रदेश सरकार की एक ऐसी पहल के बारे में, जो गरीबों और जरूरतमंदों के लिए एक बड़ी राहत बनकर सामने आई है। महाकुंभ मेले से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ‘मां की रसोई’ का उद्घाटन किया, जिससे सिर्फ 9 रुपये में भरपेट भोजन मिलेगा। यह रसोई गरीबों और अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों के परिजनों के लिए वरदान साबित होगी। आइए जानते हैं इस पहल के बारे में विस्तार से।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में ‘मां की रसोई’ का उद्घाटन किया, जो एक सामुदायिक रसोई के रूप में कार्य करेगी। यह रसोई नंदी सेवा संस्थान द्वारा चलायी जा रही है और इसका उद्देश्य खासतौर पर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सस्ता और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। इस रसोई में लोगों को मात्र 9 रुपये में दाल, चावल, सब्जी, चार रोटियां, सलाद और मिठाई मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने अस्पताल का दौरा किया और रसोई के उद्घाटन के बाद वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने लोगों को भोजन भी परोसा और कहा कि यह पहल समाज के कमजोर वर्गों के लिए राहत का कार्य करेगी।
इस रसोई के उद्घाटन के बाद औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने मुख्यमंत्री को इस रसोई में भोजन तैयार करने और उसकी गुणवत्ता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता मानकों का विशेष ध्यान रखा गया है। यह रसोई विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी जो अपने प्रियजनों का इलाज करवाने अस्पताल आते हैं और भोजन के लिए चिंतित रहते हैं।
इसके अलावा इस मौके पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और जगदगुरु महामंडलेश्वर संतोष दास भी उपस्थित थे। सभी ने राज्य सरकार की इस पहल की सराहना की और इसे गरीबों के लिए एक वरदान बताया। यह पहल महाकुंभ मेले के मद्देनजर और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि लाखों लोग यहां आएंगे और उन्हें खाने-पीने की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।