जो शख्स देशभर में हिंदुत्व और आध्यात्मिक चेतना के प्रतीक माने जाते हैं, वो जब क्रिकेट के मैदान में उतरें और चौके-छक्कों की बारिश कर दें… तो दृश्य कुछ अलौकिक बन ही जाता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की, जो रामनवमी के अवसर पर महाराष्ट्र के ठाणे में अपने 12 दिवसीय प्रवास पर हैं। कथा वाचन के बाद जब मैदान सजा तो उसमें न केवल महाराष्ट्र पुलिस बल्कि बाबा बागेश्वर खुद भी बल्ला और गेंद लेकर उतर आए।
जहां लोग उन्हें केवल चमत्कारों और प्रवचनों के मंच पर देखते आए हैं, वहीं इस बार उनका रूप कुछ अलग था—खेलते हुए, मुस्कुराते हुए, और मैदान में चार विकेट झटकते हुए! जी हां, एक ही ओवर में बाबा ने चार खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखा दी।
ठाणे में आयोजित इस खास क्रिकेट मैच का आयोजन कथा के पहले दिन के समापन के बाद किया गया। मैच में दो टीमों ने हिस्सा लिया—एक ओर महाराष्ट्र पुलिस और उनके स्थानीय सेवादार, और दूसरी ओर मध्य प्रदेश टीम, जिसमें बाबा बागेश्वर, उनके वाई श्रेणी सुरक्षा कर्मी और धाम के सेवादार शामिल थे। 6-6 ओवर के इस मुकाबले में दोनों टीमों के 9-9 खिलाड़ी मैदान पर उतरे। मध्य प्रदेश टीम की ओर से ओपनिंग करते हुए बाबा बागेश्वर ने 38 रनों की धुंआधार पारी खेली। उन्होंने पहले पांच ओवर में तेजी से रन बटोरे, लेकिन पांचवें ओवर की अंतिम गेंद पर रन आउट होकर पवेलियन लौटे।
इसके बाद गेंदबाज़ी में भी उन्होंने कमाल कर दिया। बाबा ने एक ही ओवर में चार खिलाड़ियों को आउट कर के सबको चौंका दिया। इससे मैदान में सन्नाटा और तालियों का शोर एक साथ गूंज उठा। यह मैच महज़ एक खेल नहीं था, बल्कि लोगों के दिलों को जोड़ने वाली एक पहल थी, जिसमें आध्यात्म और खेल का अद्भुत संगम देखने को मिला।
महाराष्ट्र पुलिस की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 ओवर में कुल 48 रन बनाए, जो कि एक कसा हुआ स्कोर था। जवाब में मध्य प्रदेश टीम को 49 रन का लक्ष्य मिला। मुकाबला रोमांचक रहा। अंतिम ओवर तक मैच किसी भी ओर जा सकता था, लेकिन चौथी गेंद पर जरूरी रन पूरे करते हुए बाबा की टीम ने मैच अपने नाम कर लिया।