सुल्तानपुर जनपद के कूरेभार थाना क्षेत्र के फूलपुर गांव से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर एक अद्भुत संयोग देखने को मिला, जब एक घर में चल रही खुदाई के दौरान जमीन के नीचे से एक प्राचीन हनुमान जी की मूर्ति मिली। यह घटना किसी चमत्कार से कम नहीं मानी जा रही है, जिसने पूरे गांव में श्रद्धा और आस्था की लहर दौड़ा दी।
फूलपुर गांव निवासी सुरेश पांडेय अपने घर में बाथरूम निर्माण हेतु जेसीबी मशीन से खुदाई करवा रहे थे। खुदाई के दौरान जमीन के भीतर से किसी कठोर वस्तु से टकराने की आवाज आई। जब मिट्टी हटाकर देखा गया तो वहां एक लगभग पांच फीट ऊँची बलुई पत्थर से बनी हनुमान जी की प्राचीन मूर्ति निकली। मूर्ति का स्वरूप अत्यंत दिव्य और आकर्षक था, जिसे देख हर कोई श्रद्धा में नतमस्तक हो गया।
हनुमान मूर्ति मिलने की खबर आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए। किसी ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद कूरेभार थाने के थानाध्यक्ष शारदेंदु दुबे अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने खुद मूर्ति को मिट्टी से बाहर निकाला और उसकी सफाई कर पूजा-अर्चना भी की। बाद में बजरंग दल के नेता भी इस पावन क्षण का हिस्सा बनने पहुंचे।
पूजा के बाद लोगों में उल्लास और भक्ति का माहौल देखने को मिला। ग्रामीणों और श्रद्धालुओं ने जगह-जगह प्रसाद वितरण किया और मूर्ति की भव्य पूजा-अर्चना की। इसी दौरान ज़मीन के मालिक सुरेश पांडेय ने निर्णय लिया कि जिस स्थान से मूर्ति मिली है, वहीं एक भव्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा ताकि आने वाली पीढ़ियाँ इस चमत्कारी घटना को याद रख सकें।
हनुमान जयंती के दिन प्राचीन मूर्ति का मिलना केवल एक संयोग नहीं बल्कि श्रद्धालुओं के लिए एक दिव्य संदेश माना जा रहा है। यह घटना आस्था और चमत्कार के उस पुल को दर्शाती है जो भगवान और भक्त को जोड़ता है। इस पावन अवसर ने पूरे क्षेत्र में धार्मिक ऊर्जा और हनुमान भक्ति की एक नई लहर पैदा कर दी है।