महाकुंभ 2025 के दौरान अपनी खूबसूरती और आध्यात्मिक वेशभूषा से मशहूर हुई हर्षा रिछारिया अचानक इंटरनेट पर शर्मनाक साजिश का शिकार हो गई हैं। गले में रुद्राक्ष, माथे पर तिलक और श्रद्धा से ओत-प्रोत व्यक्तित्व ने उन्हें सोशल मीडिया पर ‘वायरल साध्वी’ बना दिया था। लेकिन अब वही पहचान सोशल मीडिया के काले खेल का निशाना बन गई है। अज्ञात साइबर अपराधियों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का इस्तेमाल कर उनके नाम से फर्जी और अश्लील वीडियो तैयार कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए।
AI तकनीक के जरिए बदनाम करने की साजिश!
AI और डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल कर हर्षा के चेहरे को अश्लील वीडियो में जोड़ दिया गया। इस तकनीक से वास्तविकता और नकलीपन के बीच की सीमा धुंधली हो जाती है, जिससे फेक वीडियो को पहचानना बेहद मुश्किल हो जाता है। फेक अकाउंट्स और फर्जी सोशल मीडिया पेजों के जरिए इन वीडियो को फैलाया जा रहा है, जिससे उनकी साख को गहरा नुकसान पहुंचा है। खुद हर्षा ने इस डिजिटल हमले के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की बात कही है और साइबर सेल से इस मामले की जांच करने की अपील की है।
सोशल मीडिया बना ‘डिजिटल अपराधियों’ का अड्डा!
सोशल मीडिया आज एक सशक्त माध्यम बन चुका है, लेकिन इसके दुरुपयोग के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। हर्षा रिछारिया का मामला इस बात का प्रमाण है कि इंटरनेट पर फर्जी पहचान और AI की मदद से किसी की छवि को क्षतिग्रस्त करना अब बेहद आसान हो गया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि महिलाओं को इस तरह के साइबर अपराधों से बचाने के लिए कड़े कानूनों और मजबूत साइबर सिक्योरिटी तंत्र की जरूरत है।
क्या कहती हैं हर्षा रिछारिया?
हर्षा इस पूरे मामले से आहत और सदमे में हैं। उन्होंने कहा, “मैं एक साधारण लड़की हूं, जिसने महाकुंभ के दौरान आध्यात्मिकता को अपनाया था। लेकिन कुछ लोगों को यह पसंद नहीं आया और उन्होंने मेरी छवि खराब करने की साजिश रची। मैं इस लड़ाई को लड़ूंगी और दोषियों को सजा दिलवाकर ही दम लूंगी।” उनकी इस प्रतिक्रिया ने इंटरनेट पर ‘AI अपराधों’ के खिलाफ एक नई बहस छेड़ दी है।