स्टूडेंट्स में नाराजगी
मैनिट में टाइगर के मूवमेंट के बाद मैनेजमेंट ने बीटेक स्टूडेंट्स की 30 अक्टूबर तक छुट्टी कर दी। इसके बाद वे घर भी लौट गए। दूसरी ओर, एमटेक और एमसीए स्टूडेंट्स की छुट्टी नहीं होने से उनमें नाराजगी भी देखने को मिल रही है। ऐसे में संभावना है कि एक-दो दिन में उन्हें लेकर भी निर्णय लिया जा सकता है।
मैनिट में इस टाइगर का मूवमेंट सामने आया। हालांकि, दो दिन से वह नहीं दिखा है।
क्या मैनिट से टाइगर लौट गया? दो दिन से मूवमेंट नहीं दिखने से अब यही कयास लगाए जाने लगे हैं। दो दिन में टाइगर ने न तो कोई नया शिकार किया और न ही ट्रैप कैमरों या पिंजरे में फंसा। हालांकि, वन विभाग सर्चिंग जारी रखने की बात कह रहा है। अफसरों का कहना है कि भले ही मूवमेंट नहीं दिखा, लेकिन टूटी बाउंड्रीवॉल से उसका आना-जाना हो सकता है। इसकी मुख्य वजह मैनिट में खाने-पीने की पर्याप्त व्यवस्था होना है। ऐसे में कुछ भी कहना अभी मुश्किल रहेगा। फिर भी 20 अधिकारी-कर्मचारियों की टीम तैनात है, जो हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
डीएफओ आलोक पाठक ने बताया, दो दिन से टाइगर के नए फुटप्रिंट नहीं देखे गए हैं। जिन छह जगहों पर ट्रैप कैमरे लगाए हैं, उनमें भी टाइगर नजर नहीं आया है। इसके अलावा पिंजरों में भी नहीं फंसा। ऐसे में कई कयास लगाए जा सकते हैं, लेकिन वन विभाग लगातार सर्चिंग कर रहा है। 20 अधिकारी-कर्मचारी तैनात हैं, जो मैनिट में ही रह रहे हैं।
टूटी बाउंड्रीवॉल से लौट तो नहीं गया
मैनिट के फॉरेस्ट एरिया में बाउंड्रीवॉल टूटी हुई है। इसे लेकर वन विभाग कड़ी आपत्ति ले चुका है। टाइगर के मूवमेंट को लेकर फाइनल स्थिति सामने आने के बाद मैनिट प्रबंधन ने बाउंड्रीवॉल ठीक कराने की बात कही है।
बाघिन-123 के दो शावकों में से कोई एक
अधिकारियों का अनुमान है कि मैनिट में जो टाइगर देखा गया, वह संभवत: बाघिन-123 के दो शावकों में से एक है, जिसे कुछ दिन पहले वाल्मी के पास देखा गया था।
टाइगर के यह फुटप्रिंट भी मिल चुके हैं। दो दिन से नए फुटप्रिंट भी नहीं मिले हैं।