राजा शंकरशाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा से सबद्ध होने के बाद जिले के शासकीय महाविद्यालय की सबसे बड़ी समस्या परीक्षा परिणाम का लेकर आ रही है। जिले में परीक्षा परिणाम को लेकर छात्र, छात्राओं ने सोमवार को नाराजगी जताई।
महाविद्यालय के विभिन्न संकायों के परीक्षा परिणाम को लेकर छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी पर सवाल खड़े किए। अब छात्र-छात्राओं की मांग है कि यूनिवर्सिटी को बदला जाए। बीएससी तृतीय वर्ष का परिणाम 14 अगस्त को घोषित किया गया। कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने इसको लेकर प्रदर्शन किया। नगर में रैली निकालकर कलेक्ट्रेट गेट के सामने धरना दिया।
बीएससी के 200 विद्यार्थी फेल
एनएसयूआई महाविद्यालय प्रभारी ऋषभ सहारे ने बताया कि छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी द्वारा महाविद्यालय के विभिन्न कक्षाओं के घोषित किये जाने वाले परीक्षा परिणाम में हमेशा ही त्रुटिपूर्ण परीक्षा परिणाम जारी किया जा रहा है। 14 अगस्त को जारी किए बीएससी परीक्षा परिणाम में 200 छात्र, छात्राओं को फेल कर दिया गया। 50 छात्र-छात्राओं को पूरक है।
रिवैल्यूएशन किया जाए
विद्यार्थियों ने कहा कि हमारी मांग है फेल किए गए छात्र-छात्राओं की उत्तर पुस्तिका का रिवैल्यूएशन किया जाए। उनके परीक्षा परिणाम में सुधार किया जाए। हम भी छिंदवाड़ा पहुंचकर वहां यूनिवर्सिटी का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि कई छात्राओं ने एलएलबी और एमसीसी में प्रवेश के लिए फीस जमा कर दी है, ऐसे में फेल होने के बाद अब वह प्रवेश नहीं ले पाएंगी। उनकी फीस, अब वापस नहीं होगी। उन्हें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ेगा। यही नहीं बल्कि छात्रवृत्ति भी प्रदान नहीं की जा रही है।
छात्रा आस्था चौहान की माने तो तो घोषित किया गया परीक्षा परिणाम निराशानजक है, जिन्हें फेल किया गया है। वह पढ़ाई में अच्छे स्टूडेंट है और जो पास किए हैं। वह अक्सर कॉलेज नहीं आते हैं। जल्द ही यूनिवर्सिटी ने परीक्षा परिणाम में सुधार नहीं किया गया तो जिले के सभी प्रभावित छात्र-छात्राएं, छिंदवाड़ा जाकर यूनिवर्सिटी का घेराव करेंगे।