मऊगंज लंबे संघर्ष के बाद कई संस्थाओं समाजसेवियों स्थानीय मीडिया एवं विधायक मऊगंज के प्रयासों से अंततः 67 साल बाद 77 वां गणतंत्र दिवस मना कर मुख्य अतिथि शासन-प्रशासन मऊगंज जिले के वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामय उपस्थिति में शान व शिद्दत से क्षेत्र की जनता जो इस ऐतिहासिक क्षण में गवाहों के समक्ष ध्वजारोहण कर मऊगंज को आधिकारिक रूप से जिले का दर्जा प्राप्त हुआ वही इस ध्वजारोहण को लेकर जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष आशुतोष तिवारी द्वारा प्रेस वार्ता कर कई आरोप लगाएं जिनमें कई पूर्व विधायकों की अनुपस्थिति प्रमुख रही जिला बनाने का प्रयास कई माध्यमों से किया गया चाहे जिला बनाओ संघर्ष समिति हो य पूर्व विधायक या फिर स्थानीय मीडिया इन सब के द्वारा विभिन्न तरीके से कई वर्षों तक धरना प्रदर्शन एवं अन्य माध्यमों से प्रयास किया जाता रहा जबकि प्रमुख भूमिकाओं में स्थानीय मीडिया लगातार एक वर्ष से अभियान चलाकर जिला बनाने का मुद्दा मऊगंज में सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करने वाले व्यक्तियों समूह संगठनों की बात पहुंचाती रही है किंतु मऊगंज नवीन जिले का ध्वजारोहण कार्यक्रम में इन सब को विशेष रूप से नहीं बुलाया गया ना ही सम्मानित किया गया बल्कि उन अधिकारी कर्मचारियों और भाजपा कार्यकर्ताओं का महिमामंडन एवं पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिनकी भूमिका न के बराबर थी कांग्रेस का यह आरोप प्रजातंत्र में विपक्ष की भूमिका को सीधे इंगित करते हुए यह बताने का प्रयास किया गया है कि बड़े शासकीय कार्यक्रमों में विपक्षियों को बुलाने की परंपरा पुरानी है किंतु स्थानीय प्रशासन एवं व्यवस्थाकरो द्वारा इन सब का अपमान कर ऐतिहासिक ध्वजारोहण में सम्मिलित होने से वंचित किया गया