त्योंथर रीवा मप्र घूमा औद्योगिक क्षेत्र में फूड प्रोसेसिंग इकाइयाँ लगने के बाद किसान के उत्पाद सब्जी फल अनाज की वाजिब कीमत मिलने से आर्थिक हालात बदलेंगे। खेतों में माँग के अभाव मंदी के चलते सड़ने वाली सब्जियाँ फैक्ट्रियों में नुकसान से पहले ही पूर्व से अनुबन्धित दर पर उठा ली जाएँगी। अनाज दलहन तिलहन की डिमाण्ड फैक्ट्रियों में बढ़ने से किसान बिचौलियों से बचेगा और सीधा पूर्व अनुबन्धित दर से फैक्ट्रियाँ खरीद लेंगी तब किसान को सरकारी खरीद का इन्तजार नहीं करना पड़ेगा। दुग्ध और दुग्ध उत्पाद प्रोसेस्ड करके मिल्क यूनिट्स उपभोक्ता तक पहुंचाएंगी जिससे डिमाण्ड के साथ वाजिब दाम मिलेगा। फलों की प्रोसेसिंग के साथ अचार मुरब्बा वगैरह का हब बनेगा जिससे फलोत्पादक को लाभ होगा।
प्रोसेसिंग में मसालों की जरूरत पड़ेगी जिससे स्थानीय मसाला उत्पादक किसान को थोक मार्केट उपलब्ध होगा।
सोहागी मझिगवां पुरवा रक्सहा डायमण्ड फील्ड से निकलने वाला वेस्ट प्रोडक्ट ( मिट्टी पत्थर ) से ईंट टाइल्स एसेस टाइल्स एस्बेस्टर सीट मिट्टी के अन्य उत्पाद बनेंगे यह इस क्षेत्र का बड़ा उद्योग होगा।
कुल मिलाकर आने वाले समय में घूमा इंडस्ट्रियल एरिया क्षेत्र में 10 हजार करोड़ से ज्यादा का बिजनेश हब बनने जा रहा है ।
जाहिर है इतना बड़ा औद्योगिक क्षेत्र किसानों के साथ ही शिक्षित स्किल्ड युवाओं, मजदूरों के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार एवं आय के अवसर मुहैया कराएगा।किसानों को खेती बागवानी दुधारू पशुपालन के क्षेत्र में आधुनिक वैज्ञानिक खेती को सिस्टमेटिक बनाना होगा
साथ युवाओं को फूड प्रोसेसिंग में उच्चशिक्षा प्राप्त करनी होगी क्योंकि फूड प्रोसेसिंग में स्किल्ड मैन पॉवर की जरूरत बढ़ेगी।
अभी स्थानीय लोगों के पास समय है अवसर को लाभ में बदलना है तो पूर्व से तैयारी करें। यदि स्थानीय स्तर पर स्किल्ड मैनपॉवर और आवश्यक कृषि उत्पाद नहीं मिलेगा तो जाहिर है बाहर से लोग आएँगे फिर राजनीतिक दल हल्ला काटेंगे स्थानीय को रोजगार नहीं मिलता और वोट की खेती करेंगे।
स्थानीय नेतृत्व एवं जिलास्तर के नेतृत्व को धन्यवाद जिनकी दूरगामी सोच के चलते त्योंथर क्षेत्र को विशेष आद्योगिक क्षेत्र की उपलब्धि होने जा रही है।
घूमा इंडस्ट्रियल एरिया में मूलभूत ढाँचा विकास कार्य चालू हो चुका है। इस तरह के किसी भी निकाय के लिए सड़क बिजली पानी की प्रथम जरूरत होती है। नेशनल हाइवे है ही घूमा हाईपॉवर विद्युत स्टेशन पहले से है, पानी सप्लाई की व्यवस्था बन रही है। प्रयागराज उद्योग मण्डल की गतिविधियाँ जारी हैं। बेसिक स्ट्रक्चर बनने के बाद इंडस्ट्रीज बनना शुरू होगा।